नरेंद्र मोदी 1992 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में कश्मीर से आर्टिकल 370 की खत्म करने के लिए निकाली गई तिरंगा यात्रा के संयोजक रूप में अयोध्या आए थे।
अयोध्या में रामजन्मभूमि पर राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जोरो पर हैं। 5 अगस्त को प्रधाननंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह दूसरा मौका होगा जब नरेंद्र मोदी रामलला के दर्शन करेंगे। इससे पहले 1992 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में कश्मीर से आर्टिकल 370 की खत्म करने के लिए निकाली गई तिरंगा यात्रा के संयोजक रूप में अयोध्या आए थे। तब रामलाल के दर्शन करने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अब राम मंदिर बनने पर अयोध्या आएंगे। मोदी की कही वो बात सच होने जा रही है। पढ़िए अयोध्या से रघुवरशरण की रिपोर्ट
जानिए क्या हुआ था 18 जनवरी 1992 को अयोध्या में
18 जनवरी 1992 वो तारीख थी जब नरेंद्र मोदी अयोध्या आए थे और रामलला के दर्शन किए थे। तब कन्याकुमारी से शुरू हुई यह तिरंगा यात्रा एमएम जोशी और नरेंद्र मोदी के साथ कई दर्जन बसों एवं अन्य वाहनों के साथ भगवान राम की नगरी पहुंची थी। यहां यात्रा का पड़ाव पहले से तय था। अगले दिन फैजाबाद शहर के जीआइसी मैदान में सभा थी, जिसे जोशी के अलावा मोदी ने भी संबोधित किया। सभा से पूर्व नरेंद्र मोदी ने डॉ. जोशी के साथ रामलला का दर्शन भी किया।
महेंद्र त्रिपाठी ने किया था क्लिक, संयोग से फोटो में आ गए थे Narendra Modi
राम लला के दर्शन करते समय स्थानीय पत्रकार महेंद्र त्रिपाठी ने मुरली मनोहर जोशी को कैमरे में कैद करने के लिए कैमरा क्लिक किया था, लेकिन जब उनके साथ नरेंद्र मोदी भी फोटो में आ गए थे। तब मोदी भाजपा के राष्ट्रीय स्तर पर उभरते नेता थे। जैसे-जैसे मोदी का रुतबा बढ़ा, वैसे-वैसे यह तस्वीर महत्वपूर्ण हो गई
मोदी के सवा दशक तक मुख्यमंत्री और 2014 से प्रधानमंत्री बनने के साथ यह तस्वीर और खास होती गई। महेंद्र त्रिपाठी बताते हैं कि 1992 में अनौपचारिक बातचीत में मोदी ने अगली बार आने के सवाल पर कहा था, वे राममंदिर निर्माण के समय आएंगे और अब यह सच होने जा रहा है। अंबेडकरनगर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष इंद्रमणि शुक्ल एवं भाजपा की अयोध्या महानगर इकाई के महामंत्री परमानंद मिश्र 29 साल पूर्व नरेंद्र मोदी के प्रथम आगमन की स्मृति सहेजकर रखने वालों में से एक हैं। वह कहते हैं कि रामलला से प्रधानमंत्री का सरोकार गहन और व्यापक सांस्कृतिक निहितार्थ का है।