भोपाल. देश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस संगठन को लोकसभा चुनाव में वापसी की उम्मीद जाग गई है। मध्य प्रदेश में प्रदेश संगठन अब लोकसभा चुनाव के लिये हर सीट को जीतने के लिये तैयारियों में जुट गया है। पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी थी। प्रदेश की 29 में से सिंधिया, कमलनाथ सहित तीन सीटों को छोड़कर सारी सीटों पर भाजपा का कब्जा है। अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में स्पेशल-24 प्लान के तहत प्रदेश की 20 से ज्यादा सीटें जीतने के लिये काम में जुट गई है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब पार्टी का पूरा फोकस वचनपत्र को पूरा कर जनता में अपनी छवि बनाने पर हो गया है।
सरकार बनने के बाद जिस तरह से कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी, पुलिसकर्मी अवकाश सहित कई वचन पूरे कर दिये हैं तो वही लोकसभा चुनाव में जीत का परचम लहराने के लिये भी प्लान स्पेशल-24 बनाया है। प्लान के तहत सरकार के मंत्री-विधायकों को लोगों तक वचन पत्र पहुंचाने को कहा गया है। पार्टी किसान, हिंदुत्व, बेरोजगार और महिलाओं से संबंधित बिंदुओं पर फोकस कर रही है। इस प्लान के तहत लोगों को ये संदेश भी दिया जा रहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उसके वचन पत्र से आगे बढ़कर काम किए जाएंगे। इस पूरी कवायद में कांग्रेस के निशाने पर वो सीटें भी हैं, जो भाजपा का गढ़ मानी जाती हैं। साथ ही पार्टी उन सीटों को भी प्राथमिकता से ले रही है, जो उसने 2009 में जीती थीं।
यहां मजबूत हुई कांग्रेस
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजों पर नजर डालें तो कांग्रेस ने मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, दमोह, बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा, राजगढ़, उज्जैन, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा क्षेत्रों में भाजपा के मुकाबले ज्यादा सीटें जीती हैं। वहीं, भाजपा को देखें तो उसने सागर, टीकमगढ़, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी, होशंगाबाद, विदिशा, भोपाल और मंदसौर में ज्यादा सीटें हासिल की हैं। इन आंकड़ों पर नजर डालें तो दोनों ही पार्टियों के लिये आने वाले आम चुनाव आसान नहीं हैं। अब देखना होगा कि विधानसभा की तरह लोकसभा में भी कांग्रेस अपनी जीत दोहरा पाती है या एक बार मोदी का जादू चलता है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजों पर नजर डालें तो कांग्रेस ने मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, दमोह, बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा, राजगढ़, उज्जैन, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा क्षेत्रों में भाजपा के मुकाबले ज्यादा सीटें जीती हैं। वहीं, भाजपा को देखें तो उसने सागर, टीकमगढ़, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी, होशंगाबाद, विदिशा, भोपाल और मंदसौर में ज्यादा सीटें हासिल की हैं। इन आंकड़ों पर नजर डालें तो दोनों ही पार्टियों के लिये आने वाले आम चुनाव आसान नहीं हैं। अब देखना होगा कि विधानसभा की तरह लोकसभा में भी कांग्रेस अपनी जीत दोहरा पाती है या एक बार मोदी का जादू चलता है।
स्पेशल-24 के तहत इन मंत्रियों को मिली जिम्मेदारी
मंत्री लोकसभा सीट गोविंद सिंह राजपूत सागर बृजेंद्र सिंह राठौर टीकमगढ़ हर्ष यादव दमोह ओमकार सिंह मरकाम मंडला प्रभुराम चौधरी विदिशा सज्जन सिंह वर्मा देवास उमंग सिंघार धार सुखदेव पांसे बैतूल लखन घनघोरिया-तरुण भनोट जबलपुर डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ खंडवा पीसी शर्मा, आरिफ अकील भोपाल जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट इंदौर