कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह 3 दिन से लापता, बेटे ने भोपाल में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई
कांग्रेस के हरदीप, बिसाहूलाल के अलावा रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा भी लापता
भोपाल. मध्य प्रदेश केसत्तापक्ष के लापता 4 विधायकों में से एक हरदीप सिंह डंग ने अपना इस्तीफा स्पीकर एनपी प्रजापति और मुख्यमंत्री कमलनाथ को भेजा है।डंग तीन दिन से लापता थे। अपने इस्तीफे में डंग ने लिखा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी से दुखीहैं। उन्होंने लिखा, “न मैं कमलनाथ गुट का हूं, न दिग्विजय सिंह और न ही सिंधिया गुट का हूं। मैं सिर्फ कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं। इसलिए मुझे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।”सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ और विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं।
हरदीप डंग कर्जमाफी के तरीके से नाराज थे
मंदसौर के सुवासरा से दूसरी बार विधायक बने हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफे में लिखा, “सरकार बनने के 14 महीने बीतने के बाद भी मेरे विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है। मंत्री काम करने के लिए तैयार नहीं हैं।दलाल और भ्रष्टाचारी सरकार में बैठे हैं।”करीबियों की मानें तो डंग सरकार के मुआवजावितरण के तरीके को लेकर नाराज थे। 19 फरवरी को सीतामऊ में हुए कर्जमाफी के दूसरे चरण के सम्मेलन में भी प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा की मौजूदगी में ही डंग ने ऐलान किया था कि किसानों की समस्याएं नहीं सुनी जा रही हैं और इसके लिए मंदसौर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। डंग ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का भी समर्थन किया था।
विधानसभा अध्यक्ष बोले- मैं नियमानुसार कदम उठाऊंगा
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा- मुझे सुवासरा विधायक हरदीप सिंह ढंग के इस्तीफा देने की खबर मिली है। उन्होंने मुझसे प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस्तीफा नहीं सौंपा है। जब वे प्रत्यक्ष रूप से मुझसे मिलकर इस्तीफा सौपेंगे तो मैं नियमानुसार उस पर विचारकर आवश्यक कदम उठाऊंगा।
विधानसभा में इस्तीफा देने का नियम
नियमानुसार विधायक स्वयं अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपता है। इसके बाद अध्यक्ष उसे अस्वीकार कर सकता है या लंबित रख सकता है। विधायक दोबारा अपनी बात दोहरता है तो उसे एक बार फिर से सोचने का मौका देते हैं। लेकिन, इस हालत में विधायक पार्टी की व्हिप मानने और सदन की कार्यवाही में भाग लेने बाध्य नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा- विधायक के इस्तीफे की खबर मिली
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- हरदीप सिंह ढंग हमारी पार्टी के विधायक हैं। उनके इस्तीफा देने की खबर मिली है। लेकिन, मुझे अभी तक उनका इस संबंध में ना तो कोई पत्र प्राप्त हुआ है, ना उन्होंने मुझसे अभी तक इस संबंध में कोई चर्चा की है और ना प्रत्यक्ष मुलाकात की है। जब तक मेरी उनसे इस संबंध में चर्चा नहीं हो जाती, तब तक इस बारे में कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा।
जन्मदिन के बाद से डंग का फोन बंद
2 मार्च को डंग का जन्मदिन था। वे इस दिन सुबह से शाम तक सुवासरा व शामगढ़ में कार्यक्रमों में शामिल हुए। शाम छह बजे हमेशा की तरह मां के पैर छूकर पत्नी से बोले कि दौरे पर जाकर आता हूं। उसके बाद से उनका मोबाइल बंद है।
एक विधायक की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज
कांग्रेस के एक अन्य लापता विधायक कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल में दर्ज करवाई है। हरदीप और बिसाहूलाल के अलावा रघुराज कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भी 3 दिन से लापता हैं।
डंग ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को भेजा।
मप्र में 2 दिन से जारी सियासी ड्रामा
मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा मंगलवार सुबह दिग्विजय सिंह के ट्वीट के साथ शुरू हुआ। उन्होंने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया। इसके बाद मंगलवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली पहुंचे तो सियासी पारा और चढ़ गया। कांग्रेस ने इसी दिन देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया।
मंगलवार रात को ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। बुधवार दोपहर 6 विधायक भोपाल पहुंचे। इनमें सपा के राजेश शुक्ला (बब्लू), बसपा के संजीव सिंह कुशवाह, कांग्रेस के ऐंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव और बसपा से निष्कासितराम बाई शामिल थीं।
इसके बाद भी कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा की लोकेशन नहीं मिल रही थी। दिग्विजय ने फिर आरोप लगाया कि भाजपा ने 4 विधायकों को जबरन गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किया है।
कुल सीटें: 230
मौजूदा सदस्य संख्या: 228
विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर सदन में संख्या: 227 (भाजपा और कांग्रेस विधायकों के निधन से दो सीटें खाली)
बहुमत का आंकड़ा: 114
स्पीकर काे छोड़कर और डंग का इस्तीफा स्वीकार होने पर कांग्रेस सहयोगियों पर निर्भर हो जाएगी
पार्टी सीटें
कांग्रेस 112
भाजपा 107
बसपा 02*
सपा 01
निर्दलीय 04
* बसपा विधायक रामबाई पार्टी से निलंबित हैं।
कांग्रेस के पास 119 विधायकों का समर्थन
बसपा के 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीय विधायक कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। डंग का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद उसके पास 119 विधायकों का समर्थन रह जाएगा। पिछले विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस को 121 विधायकों का समर्थन था। इनमें से एक कांग्रेस विधायक की मौत हो चुकी है।