मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी खेल शुरू है. इस बीच कमलनाथ सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने दावा किया कि अगर फ्लोर टेस्ट की जरूरत पड़ी तो पहले से ज्यादा बीजेपी के विधायक कमलनाथ सरकार के साथ आएंगे.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी का सियासी खेलबीजेपी बोली- कांग्रेस हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप हम पर क्यों?
मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच कमलनाथ सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि अगर फ्लोर टेस्ट की जरूरत पड़ी तो पहले से ज्यादा बीजेपी विधायक कमलनाथ सरकार के साथ आएंगे. वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि जब मंत्री ही बीजेपी विधायकों को तोड़ने का बयान दे रहे हैं, तो दिग्विजय और कांग्रेस हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप बीजेपी पर क्यों लगा रहे हैं?
दरअसल, मंगलवार देर रात से शुरू हुआ सियासी खेल कभी कांग्रेस की ओर तो कभी बीजेपी की ओर जाते दिखता है. इसमें बड़ा मोड़ गुरुवार शाम को आया जब कांग्रेस विधायक हरदीप डंग के इस्तीफे की कॉपी सोशल मीडिया में वायरल हो गई. हालांकि, इस्तीफे की अब तक आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है.
इसी घटनाक्रम पर जब ‘आजतक’ ने सूबे के जंसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया, जहां तक हरदीप सिंह डंग का सवाल है, तो उनके इस्तीफे पर कंफ्यूजन है, क्योंकि उनके ही क्षेत्र के लोग कह रहे हैं कि दस्तखत उनके नहीं है. दूसरी तरफ उन्होंने जो इस्तीफे की पेशकश के साथ बातें लिखी हैं, जाहिर सी बात है अगर मुख्यमंत्री से मिलेंगे तो उसका निराकरण ही हो जाएगा.
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इसके आगे पीसी शर्मा ने बड़ा बयान देते हुए कहा, एक चीज मानकर चलिए, मैंने बार-बार कहा है कि जब भी फ्लोर टेस्ट होगा गिनती का सवाल आएगा. कमलनाथ जी की नीतियों की वजह से, उनके काम की वजह से पहले 2 बीजेपी विधायकों ने उनका समर्थन किया था अब यह संख्या और बढ़ जाएगी.
‘हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप हम पर क्यों’?
कमलनाथ सरकार के मंत्री पीसी शर्मा के फ्लोर टेस्ट वाले बयान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी आई है. पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने ‘आजतक’ से बात करते हुए कहा, जब कांग्रेस के मंत्री दावा कर रहे हैं कि बीजेपी विधायक उनके साथ आएंगे तो फिर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप बीजेपी पर क्यों? बीजेपी विधायक एकजुट हैं. सरकार को सोचना चाहिए कि विधायकों में असंतोष क्यों है?
उन्होंने कहा, देखिए बड़ी अजीब सी स्थिति है. दिग्विजय सिंह जी और पूरा कांग्रेस का कुनबा हम पर इल्जाम लगाता है कि हम कांग्रेस के विधायकों को लाने की कोशिश कर रहे हैं और कांग्रेस के मंत्री कहते हैं कि वह हमारे विधायकों को ला रहे हैं. फिर हॉर्स ट्रेडिंग करने का इल्जाम हम पर क्यों लगाते हो भाई? विधायक यदि आपके संपर्क में हैं तो इसका मतलब आप गड़बड़ कर रहे हो?
सारंग ने दावा किया, भारतीय जनता पार्टी का विधायक दल पूरी तरह एकजुट है और पूरी तरह से इस निकम्मी सरकार के खिलाफ फ्लोर टेस्ट में भी, सदन में भी और सड़क पर भी हम सब एक हैं. यह कंफ्यूजन पैदा कर जबरदस्ती अपनी राजनीतिक रोटी ना सेंकें. मुख्यमंत्री और पूरी कांग्रेसी इस बात की चिंता करे कि यह असंतोष क्यों है? क्यों मंत्री से विधायक असंतुष्ट है? क्यों मुख्यमंत्री से मंत्री असंतुष्ट है? मंत्री कहते हैं कि मुख्यमंत्री की किचन केबिनेट है और उसमें केवल अधिकारी हैं यह सब स्थितियां बनी क्यों? पिछले डेढ़ साल में आपने किया क्या है? हर थोड़े-थोड़े समय में अस्थिरता लाकर कांग्रेस की सरकार ने इस प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है.
सज्जन वर्मा ने भी दिया था बयान
बता दें कि मंत्री पीसी शर्मा से पहले पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी बड़ा बयान देते हुए कहा, बीजेपी यदि कांग्रेस का एक विधायक तोड़ेगी तो कांग्रेस उसके तीन विधायक तोड़ेगी. सज्जन सिंह वर्मा के बयान के बाद गुरुवार देर रात बीजेपी के दो विधायक नारायण त्रिपाठी और संजय पाठक मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे, जिसके बाद उनके भी इस्तीफे की अटकलें चलीं. हालांकि, सीएम हाउस से बाहर आकर नयन त्रिपाठी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है.