छत्रशाल महाविद्यालय से एकत्रित होकर शिक्षक पात्रता परीक्षा के अभ्यर्थियों ने पूरे नगर में विशाल रैली निकाल कर माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम पिछोर पदस्थ एसडीम साहब को ज्ञापन दिया। युवाओं की मांग है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा होने के 7 महीने बाद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया, जिसका उत्तीर्ण छात्र/छात्राओं ने विरोध किया। संचित शर्मा जी ने कहा कि पूरे प्रदेश में आंदोलन चल रहा है लगभग 2 साल से मध्यप्रदेश में कोई रिक्ति नही आई 8 साल से शिक्षक भर्ती अटकी पड़ी थी वो भी आई तो तो उसका परिणाम अटका दिया गया आखिर मध्यप्रदेश सरकार कर क्या रही है।
युवाओं की तरफ सरकार का कोई ध्यान नही है इसलिए सारे प्रदेश के युवा उग्र आंदोलन कर रहे है।
आज सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों की ओर पलायन कर रहे है कोई भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने को तैयार नहीं है । नए युवाओं ने वर्ष 2018-19 की शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की है मेहनत कर के इस परीक्षा को पास किया है जिनमे जुनून है शिक्षा को उच्च स्तर पर पहुंचाने का जो आपकी सरकार बिल्कुल नहीं सोच रही है ।
अब यदि सरकारी स्कूलों का अस्तित्व बचाना है तो नए सिरे से नए युवाओं की भर्ती करें । आपको गर्व होना चाहिए कि आपके प्रदेश में शिक्षक बनने का युवाओं में इतना जोश है। अंत मे निवेदन करना चाहूंगा जल्द से जल्द इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित करें।
जितेंद्र पाराशर जी ने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-1 ओर वर्ग-2 फरवरी से शुरू होकर मार्च के पहले सप्ताह के अंत में खत्म हो गई थी। जिसके परिणाम 45 दिवस के भीतर घोषित किये जाने थे। लेकिन परीक्षा दिनांक से आज सात माह बीत जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया।
ऐसे में पात्र उम्मीदवारों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
अन्य युवाओं ने कहा कि परीक्षा तैयारी के लिए हज़ारों रुपये खर्च कर बाहर कोचिंग करने जाते हैं। युवाओं ने कहा कि अगर 7 दिवस के भीतर परिणाम घोषित नहीं किया तो भोपाल में पूरे प्रदेश के छात्र उग्र आदोंलन, एवं भूख हड़ताल करेंगे।
इस दौरान जितेंद्र पाराशर, अजय पाराशर, संचित शर्मा, मनीषा शर्मा दीदी, राघवेंद्र तिवारी, देवेंद्र तिवारी, सुखवीर वंशकार, शब्बर खान, अमित वर्मा, जलज भार्गव आदि छात्र उपस्थित रहे।
*पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन*
1. म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018-19 का परिणाम शीघ्र घोषित करें।
2. म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018-19 की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करें।
3. माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-2 के पदों में वृद्धि की जाए।
4. म.प्र. राज्य की सभी भर्तियां नियमित रूप से की जाएं।
5. म.प्र. लोक सेवा आयोग की भर्ती प्रक्रिया अतिशीघ्र शुरू की जाए।
युवाओं की तरफ सरकार का कोई ध्यान नही है इसलिए सारे प्रदेश के युवा उग्र आंदोलन कर रहे है।
आज सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों की ओर पलायन कर रहे है कोई भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने को तैयार नहीं है । नए युवाओं ने वर्ष 2018-19 की शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की है मेहनत कर के इस परीक्षा को पास किया है जिनमे जुनून है शिक्षा को उच्च स्तर पर पहुंचाने का जो आपकी सरकार बिल्कुल नहीं सोच रही है ।
अब यदि सरकारी स्कूलों का अस्तित्व बचाना है तो नए सिरे से नए युवाओं की भर्ती करें । आपको गर्व होना चाहिए कि आपके प्रदेश में शिक्षक बनने का युवाओं में इतना जोश है। अंत मे निवेदन करना चाहूंगा जल्द से जल्द इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित करें।
जितेंद्र पाराशर जी ने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-1 ओर वर्ग-2 फरवरी से शुरू होकर मार्च के पहले सप्ताह के अंत में खत्म हो गई थी। जिसके परिणाम 45 दिवस के भीतर घोषित किये जाने थे। लेकिन परीक्षा दिनांक से आज सात माह बीत जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया।
ऐसे में पात्र उम्मीदवारों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
अन्य युवाओं ने कहा कि परीक्षा तैयारी के लिए हज़ारों रुपये खर्च कर बाहर कोचिंग करने जाते हैं। युवाओं ने कहा कि अगर 7 दिवस के भीतर परिणाम घोषित नहीं किया तो भोपाल में पूरे प्रदेश के छात्र उग्र आदोंलन, एवं भूख हड़ताल करेंगे।
इस दौरान जितेंद्र पाराशर, अजय पाराशर, संचित शर्मा, मनीषा शर्मा दीदी, राघवेंद्र तिवारी, देवेंद्र तिवारी, सुखवीर वंशकार, शब्बर खान, अमित वर्मा, जलज भार्गव आदि छात्र उपस्थित रहे।
*पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन*
1. म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018-19 का परिणाम शीघ्र घोषित करें।
2. म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018-19 की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करें।
3. माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-2 के पदों में वृद्धि की जाए।
4. म.प्र. राज्य की सभी भर्तियां नियमित रूप से की जाएं।
5. म.प्र. लोक सेवा आयोग की भर्ती प्रक्रिया अतिशीघ्र शुरू की जाए।