क्या लापता हैं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री, जानिए सीएम को क्यों बोलना पड़ा कि लिखवाऊंगा रिपोर्ट
भोपाल. लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर कांग्रेस कार्यालय में रविवार को बुलाई गई बैठक में मंत्रियों के व्यवहार पर लोकसभा प्रभारी फट पड़े। उन्होंने प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया से शिकायत करते हुए कहा कि प्रदेश के मंत्री हमारे कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दे रहे हैं और न ही उनसे अच्छा व्यवहार कर रहे हैं। इतना ही नहीं मंत्री भाजपा नेताओं को गाडिय़ों में बैठाकर घुमा रहे हैं। बाद में प्रदेश प्रभारी बावरिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस मामले की शिकायत की।
मंत्रियों की शिकायतें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बावरिया से चुटकी लेते हुए कहा कि मैंने आज ही बाला बच्चन को फोन लगाकर कहा है कि मैं यह रिपोर्ट लिखवा रहा हूं कि मेरा गृह मंत्री लापता हो गया है। उन्होंने कहा, मंत्रियों को खुद अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उनका व्यवहार और आचरण लोकहित में होना जरूरी है। वैसे भी लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, हमें पूरी मेहनत और लगन से कांग्रेस के लिए काम करना होगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बावरिया से कहा कि आप ऐसे सभी मंत्रियों के बारे में मुझे रिपोर्ट दीजिए, जिनकी भाजपाइयों से दोस्ती है। साथ ही लोकसभा प्रभारियों की मुझसे मुलाकात सीधे हो सके, इसके लिए अलग से अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने 31 जनवरी तक जनता से फीडबैक लेकर सभी सीटों से चार-चार संभावित प्रत्याशियों के पैनल मांगे हैं।
एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला
कमलनाथ ने कहा, किसानों की कर्ज माफी योजना से एक बड़ा फायदा हुआ है। इससे भाजपा राज में सहकारी बैंकों में किसानों को दिए ऋणों में घोटाले सामने आ रहे हैं। अभी जो जानकारी आई है, उसके अनुसार भाजपा सरकार ने सहकारी बैकों में करीब एक हजार करोड़ का घोटाला किया है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट सामने आ जाएगी। किसानों के नाम पर सरकारी पैसों का गबन करने वाले नहीं बचेंगे। मैं इसकी तह तक जाऊंगा। जो भी जिम्मेदार होंगे, उन सबके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराउंगा। हमारी सरकार किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ेंगी।