भोपाल -मध्य प्रदेश में संविदा शिक्षकों की भर्ती के रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं। इनमें से जहां वर्ग 1 का रिजल्ट सामने आ चुका है। वहीं इसके बाद से बाद अब संविदा वर्ग 2 व वर्ग 3 के उम्मीदवार रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे है।
सूचनाओं के अनुसार वर्ग 2 रिजल्ट भी आगामी कुछ दिनों यानि सितंबर मध्य में आ जाएगा। वहीं मध्य प्रदेश संविदा शिक्षक वर्ग 3 का 2019 रिजल्ट सितंबर अंत या अक्टूबर तक आने की उम्मीद है।
MP संविदा शिक्षक रिजल्ट 2019 MPPEB द्वारा जारी किया जाएगा। संविदा शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया भी परीक्षा के बाद अब MPPEB द्वारा करवाई जाएगी।
हजारों की संख्या में होने वाले इन संविदा शिक्षकों की भर्ती को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई है। ऐसे में बताया जा रहा है कि रिजल्ट आने के बाद सबसे पहले चरण चॉइस फिलिंग का होगा। जिसके चलते सबसे पहले चयनीत अभ्यर्थी आॅनलाइन चॉइस फिलिंग करेंगे।
जिसमें वे अपनी नियुक्ति कहां चाहते हैं ऐसे 3 से 5 जगहों का नाम चॉइस के आधार पर क्रमवार भरेंगे। वहीं बताया जाता है कि चॉइस फिलिंग के बाद रैंक के आधार पर उम्मीदवारों को चॉइस के अनुसार जगह का वितरण किया जाएगा।
यानि जिसकी रैंक जितनी उपर होगी,उसकी चॉइस को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं कम रैंक वाले की चॉइस भी कम प्राथमिकता में रहेगी।
चॉइस फिलिंग के बाद काउंसलिंग होगी। साथ ही चयनीत उम्मीदवारों के पेपर्स का वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके तहत उम्मीदवार जिनका चयन होता है वे तुरंत अपने पेपर तैयार कर लें…
इन पेपर्स को तुरंत करें तैयार : IMP Documents …
जानकारों की मानें तो चयनीत उम्मीदवार वेरिफिकेशन के दौरान काम आने वाले पेपर्स के 3 से 5 बंच बना लें। जो आपके काम आएंगे।
1. आधार कार्ड।
2. जाति प्रमाण पत्र।
3. यदि आरक्षण में हैं तो उससे जुड़े आय प्रमाण पत्र आदि।
4. मूलनिवासी प्रमाण पत्र।
5. अपनी समस्त 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन,पीजी, व अन्य शैक्षणिक मार्कशीट।
6. पेन कार्ड।
7. 3 फोटो।
8. आपका एक्जाम का रोल नंबर।
9. एडमिट कार्ड।
10. संविदा शिक्षक रिजल्ट की कॉपी।
11. अनुभव प्रमाण पत्र।
ये बात भी खास : कब मिलेगी नियुक्ति
वहीं जहां तक नियुक्ति की बात है तो ये सीधी नियुक्ति होने के कारण यहां इन्टव्र्यू नहीं होगा। वहीं नियुक्ति होने में जरूर कुछ समय लग सकता है।
दरअसल बताया जाता है कि अभी कई जगहों पर शिक्षकों की जगह खाली होने के चलते ट्रांसफर की स्थिति चल रही है। ऐसेे में माना जा रहा है। ट्रांसफर्स के बाद ही ये स्थिति स्पष्ट हो सकेगी की कहां कितने पद रिक्त हैं। जिसके बाद ही संविदा शिक्षकों को वहां नियुक्ति दी जा सकेगी।