मध्यप्रदेश में मानसून पहले ही 10 दिन देरी से आया है। हालांकि पिछले दिनों मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश हुई है, लेकिन पर्याप्त नहीं हुई है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में 41 प्रतिशत बारिश हुई है और पूर्वी मध्यप्रदेश में सबसे कम 8 फीसदी बारिश हुई है। प्रदेश के सीधी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद और बैतूल जिले में अब तक सामान्य बारिश भी नहीं हो पाई है। मौसम विभाग के मुताबिक सामान्यतः ऐसा होता है। कई बार बारिश का दौर रुक जाता है। मध्यप्रदेश में आने वाले दिनों में बंगाल की खाली में नया सिस्टम बनेगा तब फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
उमस से लोग परेशान
पिछले कई दिनों से भारी बारिश की चेतावनी और कई जिलों में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने के बाद अब मध्यप्रदेश में मानसून की रफ्तार थोड़ी थम गई है। लगातार चौथे दिन आसमान में बादल छाए रहे लेकिन बरसात नहीं हो रही है। गुरुवार को बादलों और सूरज की लुका-छिपी का खेल चलता रहा। इस कारण लोग उमस और गर्मी से परेशान हैं। मध्यप्रदेश में पिछले दिनों से लगातार सक्रिय मानसून को थोड़ा विराम मिल गया है। तापमान भी बढ़ने से लोग गर्मी में परेशान हो रहे हैं, जबकि बादलों का डेरा होने के कारण उमस भी बढ़ गई है।
मानसून को लगा विराम
मध्यप्रदेश में लगातार पांच दिनों से बारिश नहीं हो रही है। वातावरण में आद्रता बहुत कम होने के कारण लोग उमस से बेहाल हैं। हवाओं का रुख भी उत्तरी और पश्चिमी होने की वजह से मानसून को विराम मिल गया है। फिलहाल आद्रता 83 फीसदी पर है।
जहां बारिश नहीं, वहां बढ़ गया तापमान
मौसम विभाग का कहना है कि जहां-जहां पिछले एक सप्ताह से बारिश नहीं हो रही है वहा का तापमान बढ़ रहा है।
-मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री पर पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पर है। जबकि 17 जुलाई तक तापमान की यही स्थिति रहने वाली है।
-इंदौर में भी मानसून कमजोर पड़ गया है। बादल छाए हुए हैं, लेकिन आंशिक बूंदाबांदी से ही लोगों को संतोष करना पड़ रहा है। गुरुवार को यहां का तापमान 31 डिग्री बना हुआ है, जो 17 जुलाई तक 32 डिग्री के आसपास बना रहेगा।
-जबलपुर में भी बादल छाए हुए हैं और हल्की बूंदाबांदी का दौर है। हालांकि पिछले पांच दिनों से ज्यादा बारिश नहीं होने से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जबलपुर का अधिकतम तापमान 32 डिग्री है और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री है। यहां भी लोग उमस से परेशान हैं। 17 जुलाई तक दो डिग्री तापमान और बढ़ने का अनुमान है। यहां भी एक सप्ताह तक तेज बारिश की उम्मीद नहीं है।
-ग्वालियर में भी यही हाल है। यहां पहले ही मानसून देरी से पहुंचा है, लेकिन झमाझम बारिश का लोग अब तक इंतजार कर रहे हैं। यहां का तापमान भी 33 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जो बारिश नहीं होने की स्थिति में अगले सप्ताह तक 35 डिग्री तक जा सकता है।