भाजपा के सदस्यों ने राजधानी भोपाल में अतिथि विद्वानों के आंदोलन और कुछ अन्य मुद्दों को उठाते हुए बहिर्गमन किया।
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने राजधानी भोपाल में अतिथि विद्वानों के आंदोलन और कुछ अन्य मुद्दों को उठाते हुए बहिर्गमन किया।
विशेष सत्र के दूसरे दिन कार्यवाही शुरू होने पर वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर चंबल अंचल में अतिवृष्टि और ओलावृष्टि का मामला उठाते हुए कहा कि इस वजह से फसलों को क्षति पहुंची है। प्रदीप लारिया ने सागर जिले के नरयावली में ओलावृष्टि अतिवृष्टि होने की बात कही।
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कुछ अन्य विधायकों ने भी अपनी बातें रखी। कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में विवादित प्रश्न पूछने का मामला उठाया।
विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि भोपाल में अतिथि विद्वान नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार धरना आंदोलन कर रहे हैं। वे ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। उन्होंने अतिवृष्टि और अन्य मामले भी उठाए। इस संबंध में राज्य के राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत और संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने सरकार का पक्ष रखा। इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सरकार की बात रखी।
विपक्ष के नेता इन सबसे असंतुष्ट नजर आए और कहा कि सरकार का रवैया अमानवीय हो गया है। सरकार बातें नहीं सुन रही है। इसके बाद भार्गव की घोषणा पर भाजपा सदस्यों ने बहिर्गमन कर दिया।
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