राहुल गांधी से अच्छे संबंधों का मिल सकता है फायदा
झारखंड विधानसभा चुनाव में सह प्रभारी बनाया था
इंदौर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के लिए दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने खास विधायक उमंग सिंघार पर दांव खेल सकते हैं। युवा और आदिवासी चेहरा होने के साथ में सिंघार के संबंध राहुल गांधी से बहुत अच्छे हैं, जिसका फायदा मिल सकता है। झारखंड चुनाव में सह प्रभारी रहकर उन्होंने खुद को सिद्ध भी किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सिंधिया इस विधायक पर खेल सकते हैं दांव, एक तीर से लगाएंगे दो निशाने !
जल्द ही प्रदेश कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है। इसको लेकर भोपाल से दिल्ली तक पार्टी हलकों में खासी हलचल मची हुई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में सुप्रीमो सोनिया गांधी से मुलाकात कर कल भोपाल पहुंचे। उनके दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि सिंधिया अब अपने खास व आदिवासी युवा चहरे और तीन बार से विधायक उमंग सिंघार पर दांव खेलने जा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष के लिए सिंघार का नाम रख रहे हैं। उनके नाम पर मुख्यमंत्री कमल नाथ को भी आपत्ति नहीं होगी। ये जरूर है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह को वे हजम नहीं होंगे, क्योंकि कुछ समय पहले सिंघार ने कड़ी टिप्पणी की थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सिंधिया इस विधायक पर खेल सकते हैं दांव, एक तीर से लगाएंगे दो निशाने !
एक तीर से लगाएंगे दो निशाने
इधर, सिंघार को राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है। इसके चलते उन्हें झारखंड विधानसभा चुनाव में सह प्रभारी बनाया गया था। जहां-जहां उन्होंने काम देखा, वहां पार्टी को अच्छी सफलता मिली। इसके चलते दिल्ली में भी ग्राफ बढ़ा, जिसकी वजह से प्रदेश अध्यक्ष बनने में आने वाली दिल्ली की रुकावटें भी खत्म हो सकती हैं।
सिंधिया उन्हें बनाकर एक तीर से दो निशाने लगाएंगे। एक तो प्रदेश अध्यक्ष उनके खाते का हो जाएगा तो दूसरा मंत्री पद खाली होने पर वे अपने खास राजवर्धनसिंह दत्तीगांव को बनवा सकते हैं। ऐसे में उनके दोनों हाथ में लड्डू आ जाएगा।