दिग्विजय बोले न मिलते तो लोग कहते हमारे बीच तनातनी है, सिंधिया ने कहा हमारी मुलाकात तो होती ही रहती है।
भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना के सर्किट हाउस में होने वाली आधे घंटे की मुलाकात सड़क पर ही खत्म हो गई। दोनों अपने-अपने हाथों में माला लेकर गाड़ी से उतरे और फिर एक-दूसरे को पहना दी। हंसते हुए दोनों नेता गले भी मिले। इस मौके पर मौजूद दिग्विजय सिंह के पुत्र नगरीय प्रशासन मंत्री जयवद्र्धन सिंह ने भी सिंधिया को माला पहनाई। इस बीच सिंधिया और दिग्विजय की सड़क पर ही दो मिनट बात हुई और दोनों अपने-अपने रास्ते चल दिए। दिग्विजय के कार्यक्रम में सोमवार को सर्किट हाउस में सिंधिया से मुलाकात का जिक्र किया गया था जबकि सिंधिया ने अपने कार्यक्रम में प्रस्तावित मुलाकात के समय में जनसंपर्क लिखा था।
दोनों दिग्गज नेताओं की मुलाकात को लेकर प्रदेश का सियासी पारा बढ़ गया था। मुलाकात के पहले अशोक नगर में दिग्विजय ने मीडिया के सवाल पर कहा कि अगर हम नहीं मिलेंगे तो लोग कहेंगे कि हमारे बीच में तनातनी चल रही है। दिग्विजय ने शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गर्त में जा रहे हैं, भाजपा भी उनको नहीं पूछ रही और उनको नरोत्तम मिश्रा और कैलाश विजयवर्गीय नीचे धकेल रहे हैं।
हम लेाग तो पहले भी मिलते रहे हैं : सिंधिया
इससे पहले भोपाल पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय से मुलाकात को लेकर कहा कि इसमें कौन सी बड़ी बात है, हम दोनों पहले भी मिलते रहे हैं। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष कैलाश मिश्रा के निवास पर पहुंचे सिंधिया ने मीडिया से सड़क पर उतरने वाले बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वचन पत्र पांच साल में पूरा करना है और यदि ये पूरा नहीं होता तो हम सब जनता के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी लड़ाई लडऩे में खुद सक्षम हूं। मैं जनता का सेवक हूं और जनता की लड़ाई लड़ रहा हूं और मैं किसी पद की दौड़ में नहीं हंू।
सर्किट हाउस में क्यों नहीं मिले सिंधिया :
दिग्विजय-सिंधिया की सड़क पर सिर्फ दो मिनट की मुलाकात के बाद नया सवाल खड़ा हो गया है। राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा शुरु हो गई है कि आखिर सर्किट हाउस में दिग्विजय सिंह से सिंधिया क्यों नहीं मिले। कार्यक्रम तय होने के बाद भी सिंधिया का दिग्विजय से सर्किट हाउस में न मिलने को सिंधिया की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि सिंधिया की मंशा दिग्विजय से मिलने की नहीं थी इसलिए उन्होंने अपने कार्यक्रम में भी ये जिक्र नहीं किया और जब दिग्विजय आए तो उन्होंने सड़क पर मिलकर ही रस्म अदायगी कर ली। सूत्रों की मानें तो सिंधिया ने कहा है कि दिग्विजय के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ भी बैठें तभी चर्चा संभव हो पाएगी।
वचन पत्र पूरा नहीं तो सब उतरेंगे सड़क पर : पीसी शर्मा
वचन पत्र को लेकर प्रदेश में चल रही उथल-पुथल के बीच जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का नया बयान सामने आया है। पीसी शर्मा ने सिंधिया का बचाव करते हुए कहा कि उनका मतलब पांच साल में वचन पत्र पूरा करने का था। शर्मा ने इससे आगे कहा कि यदि पांच साल में वचन पत्र पूरा नहीं हुआ तो सभी सड़कों पर उतरेंगे।