उमंग सिंघार गंधवानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर से खुलकर गुटबाजी सामने आई है। इस बार कमलनाथ के दो मंत्री और एक विधायक ने सीएम कमलनाथ के कार्यक्रम से दूरी बनी ली। दरअसल, सीएम कमलनाथ बुधवार को धार जिले के डही गांव में सिंचाई परियोजना का शुभारंभ करने पहुंचे थे लेकिन सरकार के दो मंत्रियों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली।
इस कार्यक्रम से दो मंत्री और एक विधायक गैर मौजूद रहे। दरअसल, कार्ड में नाम नीचे आने पर वन मंत्री उमंग सिंघार के समर्थक नाराज थे। वही, पर्यटन मंत्री हनी सिंह बघेल और उमंग सिंघार दोनों ही अलग-अलग गुटों से तालुक्क रखते हैं। उमंग सिंघार के अलावा पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल, ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह और राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव आयोजन में नजर नहीं आए।
इस कार्यक्रम में गुटबाजी भी जमकर दिखी। उमंग सिंघार का विधानसभा क्षेत्र गंधवानी है। डही गंधवानी विधानसभा से सटा है। वहीं बदवनार विधायक राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। सिंघार समर्थकों में चर्चा रही कि उमंग सिंघार का नाम आमंत्रण पत्र में प्रकाशित अन्य अतिथियों के क्रम में नीचे लिखा था। इसी वजह से मंत्री ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। उमंग सिंघार के समर्थक भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
क्यों नहीं पहुंचे विधायक
कहा जा रहा है कि डही से पहले सीएम का दौरा बदनावर विधानसभा क्षेत्र में आने का था। लेकिन बाद में डही में हो गया। इसी बात से असंतुष्ट होकर बदनावर विधायक राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव को ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थक माना जाता है।
आदिवासी नेता हैं उमंग सिंघार
उमंग सिंघार मध्यप्रदेश के बड़े आदिवासी नेताओं में शामिल हैं। उमंग सिंघार हाल ही में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खिलाफ हमला बोल चुके हैं। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कई आरोप लगाए थे। इसके मध्यप्रदेश की सियासत में उठापटक का दौर शुरू हो गया था। उमंग सिंघार को राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है।