नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नकल करने पर अमादा हैं। उन्होंने भी योगी की तर्ज पर नकारे और भ्रष्ट नौकरशाहों के खिलाफ कार्यवाही का अभियान शुरू कर दिया है। कुछ को जबरन रिटायर किया जा रहा है, कुछ को कारण बताओ नोटिस दिया जा रहा है और कुछ को चेतावनी। कमलनाथ मध्यप्रदेश में अपनी सरकार की गिरती हुई साख को बचाने के लिए बुरी तरह परेशान हैं।
कमलनाथ ने आदेश दिया है कि मध्य प्रदेश में 50 साल की उम्र पार कर चुके उन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को जबरन रिटायर किया जाएगा जो कामकाज में नाकारा और भ्रष्ट पाए गए हैं। इसके लिए 20 साल की सेवा को भी मानक रखा गया है। साथ ही ऐसे दूसरे अधिकारियों व कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस दी जाएगी जिनका कामकाज मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया है।
हाल ही में कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स के छापे पड़े थे जिसमें अकूत भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी। इसी बिगड़ती हुई छवि को बचाने के लिए अब कमलनाथ ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के काम करने के तरीके को कॉपी करने की शुरुआत की है।
हालांकि ब्यूरोक्रेसी में सफाई के इस अभियान की अगुवाई स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने की है। उन्होंने इसके पहले वाले कार्यकाल में भी दागी अधिकारियों के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की थी और अभी हाल ही में कुछ ऐसे ही अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबसे बड़ी समस्या लालफीताशाही और भाई भतीजावाद की बताई जा रही है।