लखनऊ. समाजवादी पार्टी अब मध्य प्रदेश में होने वाले अन्तिम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव और यूपी के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी से मुलाकात की। वहां हुई एक बैठक में अखिलेश यादव कहा कि सपा मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव पहले भी लड़ती रही है। सपा इस बार भी मध्य प्रदेश में होने वाले अन्तिम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना चाहती है।
भोपाल दौरे ने राजनीति में हलचल बढ़ा दी
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दो दिवसीय भोपाल के दौरे ने राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। वहां पर अखिलेश ने साफ संकेत दिए हैं कि सपा मध्यप्रदेश में पूरी दमदारी के साथ कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा है कि वह उस क्षेत्र में अपने उम्मीदवार उतारेंगे, जहां उनकी जीत की संभावना रहेगी। इसके साथ ही कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना तलाशने के लिए भोपाल दौरे पर आए हैं। यह तय है कि हम मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। गठबंधन का स्वरूप कैसा होगा, यह तो कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत के बाद ही सामने आएगा।
2003 में सपा का रहा सबसे अच्छा प्रदर्शन
इसके साथ ही अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड के कुछ हिस्से को छोड़कर सपा का कुछ क्षेत्रों में विशेष प्रभाव नहीं दिख रहा है। सपा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन 2003 में हुए चुनाव में किया था, जब उनकी पार्टी के सात विधायक चुनकर विधानसभा तक पहुंचे थे। इस चुनाव में लगभग नौ फीसदी वोट लेकर उसने राजनीतिक प्रेक्षकों को भी चौंकाया था। लेकिन इसके बाद प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा और वोटों में हिस्सेदारी भी गिरती गई। 2008 में सपा का वोट घटकर 2 प्रतिशत हो गया था और उसका केवल एक ही विधायक रह गया था।
अब कांग्रेस को करना है यह फैसला
मध्य प्रदेश में चुनाव में होने वाले अन्तिम चुनाव में अब कांग्रेस को फैसला करना है कि वह मध्य प्रदेश में किस तरह से चुनाव लड़ना चाहती है। वह चुनाव लड़ने के लिए सपा के साथ गठबंधन करना चाहती है या नहीं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए सपा ने अपना रास्ता खोल दिया है। अभी दूसरे दलों के नेताओं से भी बात चीत की जा रही है। भाजपा को हराने के लिए जब सभी दल एक साथ आ जाएंगे तो यह अच्छा रहेगा।
सपा बसपा का गठबंधन से हुआ भाजपा को भारी नुकसान
अखिलेश ने कहा कि जब सपा बसपा का गठबंधन हुआ तो इससे भाजपा को भारी नुकसान हुआ था। सपा-बसपा अब आगे क्या करने वाली है यह बहुत जल्द पता चल जाएगा। कुल मिलाकर अखिलेश यादव ने इस ओर भी इशारा कर दिया है कि यदि कांग्रेस से गठबंधन नहीं हुआ तो वह कुछ दूसरे दलों के साथ भी गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। इस दौरान सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनिल यादव आदि मौके उपस्थित रहे।
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