भोपाल। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लाखों बेरोजगार युवाओं को तगड़ा झटका लगा है। खास तौर पर यह खबर पुलिस, फॉरेस्ट और होमगार्ड भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे लोगों के लिए है, क्योंकि ताजा खबर यही है कि इस बार प्रदेश में ये परीक्षाएं नहीं होंगी, और जब परीक्षाएं ही नहीं होंगी तो जाहिर तौर पर इनके पदों पर भर्ती की भी कोई संभावना नहीं है। इस बात का सीधा जुड़ाव विधानसभा चुनाव से भी देखा जा रहा है, माना जा रहा है कि चुनावी फायदे और नुकसान के समीकरणों को ठीक प्रकार से बिठाने के लिए परीक्षाओं को टाला जा रहा है।
दरअसल इस बार प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड(पीईबी) के परीक्षा शेड्यूल में इस बार पुलिस, फॉरेस्ट और होमगार्ड भर्ती परीक्षा का उल्लेख नहीं है। एक मीडिया हाउस के मुताबिक सरकार का मानना है कि यदि इन परीक्षाओं को आयोजित किया जाता है तो विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है और इससे भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में काफी नुकसान हो सकता है। हालांकि इस सब के बीच गौर करने वाली बात यह है कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है जबकि चुनावों को ध्यान में रखते हुए सरकारी विभागों की परीक्षाओं या प्रक्रियाओं को निरस्त किया गया हो।
आपको बता दें कि पुलिस विभाग द्वारा बीते कई साल से आरक्षक, हवलदार, एएसआई और सब इंस्पेक्टर पदों पर लगातार भर्ती की जा रही थी, लेकिन इस विभाग द्वारा अभी तक कोई भी प्रस्ताव पीईबी को नहीं भेजा गया है, इसी वजह से पीईबी ने अपने संभावित कार्यक्रम में इस विभाग की भर्ती परीक्षाओं को शामिल नहीं किया है। इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। कुछ समय बाद ही आचार संहिता लग जाएगी, जिससे इस बात की पूरी आशंका है कि अब चुनाव के बाद ही विभाग में इन पदों पर भर्तियां होंगी।
इस साल अब तक राज्य सरकार ने भी इन विभागों में नए पद स्वीकृत नहीं किए हैं, जबकि पुलिस भर्ती के लिए हर साल राज्य सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर पद स्वीकृत करती है। इसके बाद विभाग इसका प्रस्ताव बनाकर पीईबी को भेजता है।
साल में दो बार पुलिस विभाग में भर्ती होती है, पहले स्तर पर सूबेदार, सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और दूसरे चरण में आरक्षक, प्रधान आरक्षक और एएसआई(स्टेनो) की भर्ती होती है। इसी तरह वन विभाग वनरक्षक पीईबी के माध्यम से की भर्तियों के लिए भी आवेदन जारी करता है। आपको बता दें कि पीईबी द्वारा आगामी दिसंबर तक फिलहाल सात परीक्षाएं ही वर्तमान में शेड्यूल्ड हैं। इन परीक्षाओं में नायब तहसीलदार की विभागीय परीक्षा, ग्रुप-1, ग्रुप-2, ग्रुप-3, ग्रुप-4 और ग्रुप-1 ग्रेजुएट लेवल परीक्षा मुख्य हैं। इसके अलावा जेल प्रहरी की परीक्षाएं भी आचार संहिता से पहले आयोजित की जा सकती हैं।
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