इस मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व वित्त मंत्री रह चुके पी चिदंबरम समेत बड़े नेता पार्टी दफ्तर पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए संभावित नामों पर चर्चा के साथ-साथ कर्नाटक संकट पर इस बैठक में चर्च की जाएगी।
राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद जहां कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर उहापोह का स्थिति है, वहीं कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार पर संकट आ खड़ा हुआ है। ऐसे में कांग्रेस ने आनन फानन में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। कांग्रेस के वॉर रूम में एक टॉप लेवल मीटिंग में पार्टी के दर्जनभर वरिष्ठ नेता पहुंचे हैं। इस मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, गुलामनबी आजाद, मोतीलाल वोरा भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए संभावित नामों पर चर्चा के साथ-साथ कर्नाटक संकट पर भी इस बैठक में चर्चा की गई।
बैठक के बाद कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लोकतंत्र को बाजार बनाकर खरीद फरोख्त से सत्ता और धनबल से चुनी हुई प्रजातांत्रिक सरकारों को बीजेपी गिराने की कोशिश कर रही है, इसका ताजा उदाहरण कर्नाटक है।उन्होंंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में खरीदफरोख्त की राजनीति का नया सिंबल MODI (Mischievously Orchestrated Defections in India) उभर कर सामने आया है। इसके अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नाटक में जो विधायक कांग्रेस छोड़ने का मन बना रहे हैं वो कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और हमे विश्वास है कि वो पार्टी के साथ जुड़े रहेंगे और पार्टी का समर्थन करेंगे। मैं बैंगलोर जा रहा हूं वहां की जमीनी हकीकत देखकर ही आगे कह कुछ कहूंगा।
मीडिया की खबरों के मुताबिक सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। मोतीलाल बोरा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुकुल वासनिक कांग्रेस वॉर रूम पहुंच चुके हैं। और नेता भी वहां पहुंच रहे हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस के 9 और जेडीएस के 3 विधायकों के स्पीकर को इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक संकट गहरा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कुमारस्वामी सरकार खतरे में पड़ सकती है। हालांकि जेडीएस कहा कहना है कि उनकी सरकार स्थिर है। उसे कोई खतरा नहीं है। लेकिन इस बीच केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि अगर राज्यपाल हमको सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं तो हम तैयार हैं। उधर कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं।गौरतलब है कि कांग्रेस-जेडीएस विधायकों का इस्तीफा ऐसे वक्त पर आया है, जब सीएम एचडी कुमारस्वामी अमेरिका में हैं। इस बीच येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी का इस मामले कोई लेना-देना नहीं है।
कर्नाटक में कांग्रेस के 9 और जेडीएस के 3 विधायकों के स्पीकर को इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक संकट गहरा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कुमारस्वामी सरकार खतरे में पड़ सकती है। हालांकि जेडीएस कहा कहना है कि उनकी सरकार स्थिर है। उसे कोई खतरा नहीं है। लेकिन इस बीच केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि अगर राज्यपाल हमको सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं तो हम तैयार हैं। उधर कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं।गौरतलब है कि कांग्रेस-जेडीएस विधायकों का इस्तीफा ऐसे वक्त पर आया है, जब सीएम एचडी कुमारस्वामी अमेरिका में हैं। इस बीच येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी का इस मामले कोई लेना-देना नहीं है।