ग्वालियर. रीस्ट्रेचिंग और भविष्य में आने वाले तकनीकी चुनौती बन रही है। विभाग में मैन पॉवर बढ़ाने के लिये शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है। भविष्य में आने तकनीकी चैलेंज को काउंटर करने के लिये हमंें हर समय तैयार रहना होगा। ई-बाईक, इथेनॉल और मिथेनॉल से चलने वाले वाहन भी विभाग के लिये चुनौती बन रहे इसके लिये एक्सपर्टो की आवश्यकता है। अभी 80 प्रतिशत पेट्रोल में 20 प्रतिशत ईथेनॉल मिलाया जा रहा है लेकिन आने वाले समय में 20 प्रतिशत पेट्रोल और 80 प्रतिशत ईथेनॉल पर वाहन चलेंगे।
हमने विधानसभा चुनाव में वाहन चैकिंग में पहली बार परोछ-अपरोछ रूप से 14 करोड़ रूपये की वसूली ऐसें एक बस निकल गयी। बस जलने की घटना घटी इस घटना की विभागाध्यक्ष के नाते प्रतीकात्मक जिम्मेदारी हमारी है। अभी विभाग में बहुत सुधार की आवश्यकता है। यह उद्गार परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा ने चर्चा में कही।
चबंल आईजी ज्वॉइन करते ही मिली थी चुनौती
जब मैंने बतौर चम्बल आईजी ज्वाइन करते ही मिली थी लेकिन हमने पूरी टीम के साथ मिलकर किये गये 5-6 अपहरण किये थे सबसे पहले उनको मुक्त कराया और इसके बाद हमने 25-26 डकैतों के गैंग मार गिराये थे। सबसे ज्यादा रामकुमार शर्मा के गैंग ने काफी परेशान किया था। यह मामला साल 2009 से 2011 के बीच का है।
डीमोनाइटजेशन (नोटबंदी) बनी थी चुनौती
जब मैं नईदिल्ली में केन्द्र सरकार के वित्त विभाग में मेरे दायित्व आया था तभी नोटबंदी हो गयी तब मैं नागपुर पहुंचा मैं रात-रात भर जागकर नोट प्रिंट कराकर एयर इंडिया के विमानों में भरकर भिजवाये । यह मेरी नौकरी एक नया अनुभव था। लेकिन मुझे चैलेंज स्वीकारने में अच्छा लगता है।
मैंने पीएचडी के ओपन वायबा करवाये
जब मैंने बरकतुल्ला विश्वविद्यालय में बतौर रजिस्टार दायित्व संभाला तो वहां अजीब तरह का माहौल था। लेकिन मैंने इस बीच मैंने पीएचडी के ओपन वायबा करवाये थे तो इस तरह का प्रयोग पहली बार हुआ था। इससे विश्वविद्यालय में आश्चर्य में पड़ गये थे। इसके बाद एमएससी माइक्रोबॉयलॉजी की परीक्षा के समय मैं एक पेपर में विश्वविद्यालय में बाहर चेयर डाल कर बैठ गया था। भोपाल में 10 करोड़ रूपये नुकसान हुआ था।
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