शिवपुरी जिले के पोहरी अनुभाग में शुक्रवार को लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तहसील कार्यालय में पदस्थ रीडर को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी रीडर पुनीत गुप्ता पर आरोप है कि उसने शासकीय नाले से अतिक्रमण हटवाने के आदेश दिलवाने की एवज में एक किसान से रिश्वत की मांग की थी।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित अतरसिंह धाकड़ निवासी ग्राम रणधीर की जमीन ग्राम बरईपुरा में है, जिसके पास से शासकीय नाला गुजरता है। आरोप है कि पड़ोसी किसान ने इस नाले पर पत्थर की बाउंड्री बनाकर अतिक्रमण कर लिया, जिससे हर वर्ष खेत में पानी भर जाता है और फसल नष्ट हो जाती है। इस संबंध में पीड़ित ने एक साल पहले पोहरी तहसीलदार को आवेदन दिया था। पटवारी जांच पूरी हो चुकी थी, लेकिन आदेश की प्रक्रिया जानबूझकर रोकी जा रही थी।
पीड़ित किसान का आरोप है कि आदेश जारी कराने के लिए तहसीलदार के रीडर पुनीत गुप्ता ने उससे 10 हजार रुपये की मांग की। इसके बाद अतरसिंह ने 10 जून को ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई और साक्ष्य भी सौंपे। शिकायत के सत्यापन के बाद लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार को जाल बिछाया और तहसील कार्यालय में ही आरोपी को 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई में टीआई कविंद्र चौहान, अंजली शर्मा, बलराम सिंह राजावत, हेड कांस्टेबल देवेंद्र पवैया, हेमंत शर्मा, नेत्रराम राजौरिया, आरक्षक रवि सिंह, राजीव, विशंभर, विनोद शाक्य और सुनील राजपूत की अहम भूमिका रही।
