Breaking News

अपनी नन्ही परी को गोद में लेकर छलक आईं रोशनी की आंखे, सराहनीय रहा पुलिस का काम

शिवपुरी। मुझे दुनियां में आए हुए सिर्फ एक दिन ही तो हुआ था, अभी ठीक से मैने आँखें भी नहीं खोलीं थीं, कि एक चोरनी मुझे उठाकर ले गई। उसे पता नहीं था कि मैं इतनी किस्मत वाली हूं कि मेरे लिए शिवपुरी ही नहीं सागर की पुलिस भी अपना सब कुछ झोंक कर मुझे ढूंढ निकालेगी। मुझे अपनी मां का दूध ना मिलने से पेट कुछ खाली है, लेकिन मैं इतनी दूर होकर आई हूं, इसलिए थकान होने की वजह से नींद पूरी कर रही हूं। शायद यही कुछ बोलती यह नन्ही परी, जो अपनी मां की गोद में जाते ही सो गई, और उसकी मां की आंखों से खुशी के आंसू छलक आए। नन्हीं परी इसलिए किस्मत वाली है, क्योंकि जिस शहर में पुलिस की तीसरी आंख बंद हो, फिर भी उस शातिर बच्चा चोर महिला की दिशा ढूंढ कर उसका पीछा किया, और रास्ते में बस को रुकवा कर उस चोरनी के हाथों से पुलिस ने अपनी सुरक्षित गोद में ले लिया। हमने सुना है कि शिवपुरी एसपी तो इस नन्ही परी के लिए बहुत कुछ प्लान कर रहे हैं।
सागर अस्पताल से इस नहीं परी को अत्याधुनिक एंबुलेंस से लेकर आईपीएस करेरा एसडीओपी आयुष जाखड़ अपनी टीम के साथ लेकर गुरुवार की शाम 5:30 बजे जिला अस्पताल में पहुंचे। यहां पर डीआईजी अमित सांघी एवं एसपी अमन सिंह राठौड़ भी मौजूद थे। डीआईजी ने यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो, इस बार से भी इनकार नहीं किया। भाजपा जिलाध्यक्ष जसमंत जाटव ने पुलिस टीम को माला पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस नन्ही परी को चौरान के बाद वो महिला चोर 5 घंटे तक शिवपुरी शहर में रही और झांसी जाने वाले कृष्णा बस का 10:20 बजे तक इंतजार किया। पुलिस ने महिला का मोबाइल नंबर ट्रेस करके आधी सफलता पा ली थी, और फिर साइबर की टीम ने पुलिस को महिला तक पहुंचा दिया। क्योंकि यदि जिसके लिए यह बच्ची चुराई थी, उस गोद तक अगर यह पहुंच जाती, तो फिर उसका पता लगना मुश्किल हो जाता। फिलहाल पुलिस ने न्यायालय से तीन दिन का रिमांड महिला का लिया है। अब देखना होगा कि यह महिला अपना मुंह खोलकर अपने रैकेट के बारे में क्या बताती है। क्योंकि यह काम किसी प्रोफेशनल गिरोह का है, जिसकी चोर महिला शारदा आदिवासी सदस्य है।
फिर दिखी सोशल मीडिया की ताकत
यह तो अच्छा था कि जिला अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे चालू थे, जहां से बच्ची चुराने वाली महिला शारदा का चेहरा मालूम पड़ गया। जैसे ही महिला चोर का फोटो सोशल।मीडिया पर वायरल हुआ, तो शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने कहा था कि मुझे लगभग 50 लोगों के फोन आए, जो हमारे लिए मददगार रहे। सोशल मीडिया पर महिला का चेहरा देखते ही हर कोई आंख इस बच्चा चोर महिला के पीछे लग गई थी। जिससे पुलिस को दिशा मिलती चली गई।

Check Also

शासकीय महाविद्यालयों के कर्मचारियों के स्थायीकरण आदेश निरस्त: हजारों परिवार संकट में

🔊 Listen to this शासकीय महाविद्यालयों के कर्मचारियों के स्थायीकरण आदेश निरस्त: हजारों परिवार संकट …