मंथन न्यूज -सरकार गठन से लेकर आज तक उ.प्र. की योगी सरकार धड़ाधड़ प्रभावी निर्णय ले, निर्णयों के अमल में जुटी है। उन्हें देख सुन फिलहाल यहीं कहना उचित होगा कि उ.प्र. अब राजधर्म की ओर अग्रसर है। वह भी किसी बिना लाग लपेट के मगर सरकार गठन के दिन से ही निर्णयों के माध्ययम से लिखी जा रही योगी सरकार की पटकथा का सारा दारोमदार फिलहाल परिणामों पर टिका है।देश के प्रधानमंत्री के नारे के साथ कदम ताल करती योगी सरकार की प्रारम्भिक नीतियों ने साफ कर दिया कि सबका साथ, सबका विकास का नारा राष्ट्र और राष्ट्रीयता को सर्वोच्च मान संवैधानिक दायरे में बगैर किसी भेदभाव के काम करेगा।
जिसमें शिक्षा, सुरक्षा और भ्रष्टाचार मुफत व्यवस्था कार्यप्रणाली के मूल में रहने वाली है फिलहाल यह तय कर पाना मुश्किल है कि जिस प्रदेश की व्यवस्था, समाज को जिस घिसी पिटी राजनीति में कत्र्तव्य निर्वहन की आदत पढ़ गयी हो वहां इतना कुछ पूर्ण, निष्ठा, ईमानदारी के साथ कैसे सम्भव हो सकेगा यह सवाल फिलहाल भविष्य के गर्भ में है।
मगर जो नजरिया शिक्षा को लेकर योगी सरकार ने स्पष्ट किया है अगर मात्र शिक्षा क्षेत्र में ही सरकार की मंशा अनुसार परिणाम मिले तो कोई कारण नहीं कि जो उत्तरप्रदेश उत्तम प्रदेश न बन सके। देखना होगा कि राजधर्म के रथ पर सवार यह प्रदेश आने वाले समय में कितने पायदान तय कर पाता है।
Manthan News Just another WordPress site