पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ दिल्ली –गोवा में राज्यपाल द्वारा भाजपा को सरकार बनाने के निमंत्रण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई कांग्रेस को सर्वोच्च न्यायालय ने फटकार लगाई है। अदालत ने कहा कि आप पहले राज्यपाल के पास दावा पेश करने क्यों नहीं गए।
कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस जेएस खेहर की बेंच ने सवाल पूछा की क्या आपने राज्यपाल को अपने समर्थक विधायकों की लिस्ट सौंपी थी? जबकि दूसरा सवाल पूछा की आपके पास नंबर्स हैं? अगर हैं तो आप उनका एफिडेविट लेकर आएं तभी हम सरकार पर कार्रवाई कर सकते हैं। अगले सवाल में अदालत ने पूछा की आप मनोहर पर्रिकर पर खरीद फरोख्त कर सरकार बनाने का आरोप किस आधार पर लगा रहे हैं।
बता दें की मनोहर पर्रिकर आज शाम 5 बजे गोवा के सीएम पद की शपथ लेंगे लेकिन उससे पहले कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। इसके बाद पर्रिकर के शपथ दे दिया था और तय हुआ है कि मंगलवाल शाम पांच बजे वे सीएम पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का वक्त दिया है।
बहरहाल, पूरे मामले में तब नया मोड़ आ गया, जब कांग्रेस ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के राज्यपाल के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी। होली के दिन याचिका दायर की गई और छुट्टी होने के बावजूद इसे स्वीकार कर लिया गया। मंगलवार को इस पर सुनवाई होगी।
यानी यहां पणजी में शपथ ग्रहण की तैयारियां चल रही हैं और वहां दिल्ली में इस पर ग्रहण लगाने की कोशिशें हो रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट में है हफ्ते भर की छुट्टी
कांग्रेस की ओर से सोमवार शाम प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेएस खेहर के निवास पर याचिका दायर की गई। न्यायमूर्ति जेएस खेहर ने याचिका स्वीकार कर ली और मंगलवार को सुनवाई के लिए विशेष पीठ का गठन भी कर दिया। वैसे अभी सुप्रीम कोर्ट में होली की हफ्ते भर की छुट्टी चल रही है।
यह है अब तक का घटनाक्रम
गोवा विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 21 विधायकों का समर्थन जरूरी है। इन चुनावों में भाजपा को 13, तो उसके समर्थक दलों, एमजीपी को 03 और जीएफपी को भी 03 सीटें मिली हैं। भाजपा का दावा है कि 03 निर्दलीय भी उसके साथ हैं। इस तरह उसके पास कुल विधायकों की संख्या 22 होती है। इसी आधार पर पार्टी ने सरकार बनाने का दावा भी पेश किया है।
वहीं कांग्रेस ने 17 सीटें जीती हैं और उसके साथ एक सीट के वाली राकांपा भी है। कांग्रेस का आरोप है कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। कोर्ट में इसी तर्क को आधार बनाते हुए याचिका दाखिल की गई है।
भाजपा के दावे के साथ ही राज्यपाल ने मनोहर पर्रिकर को सीएम पद की शपथ लेने और उसके 15 दिन भीतर बहुमत साबित करने को कहा था। इसके बाद पर्रिकर ने रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया है।
Manthan News Just another WordPress site