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वीडियो कॉलिंग से दी बम बनाने की ट्रेनिंग

train blast.jpeg 08 03 2017पूनम पुरोहित मंथन न्यूज़ भोपाल /कानपुर –दुनिया में आतंक का पर्याय बने संगठन आईएस ने भारत में पैर पसारने के लिए कमजोर पड़ चुके इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) और इस्लामिक मूवमेंट (सिमी) के स्लीपिंग मॉड्यूल्स को ही टेकओवर किया है। उन्हें वीडियो कॉलिंग से बम बनाने और विस्फोट की ट्रेनिंग दी जा रही है।

मध्य प्रदेश में ट्रेन में विस्फोट कर आतंकी संगठन आईएस ने सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े कर दिए। लखनऊ में एटीएस व पुलिस की संयुक्त टीम ने 11 घंटे की मशक्कत के बाद आतंकी सैफुल्लाह को ढेर कर दिया।
कानपुर व उन्नाव से उसके दो चचेरे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पर्दाफाश हुआ कि आईएस ने देश में सिमी और आईएसआई के स्लीपिंग मॉड्यूल्य को टेकओवर करते हुए देश में अपनी जड़ें जमाना शुरू कर दिया है।
सीरिया में बैठे आतंकियों ने सिमी से मिलाया हाथ
सीरिया में बैठे आतंकियों ने पाकिस्तान की मिलीभगत से सिमी व आईएसआई एजेंटों को अपने ग्रुप में मिलाया। इसके बाद उन्हें इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन अपने ग्रुप के विषय में और उद्देश्य के बारे में जानकारी दी गई। नेटवर्क चलाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ ही सुख-सुविधा के लिए रुपया मुहैया कराया गया।
इसके बाद शुरू हुई देश में दहशत फैलाने की पाठशाला। आईएस के दहशतगर्द रात में वीडियो कॉलिंग के जरिये इन्हें बम बनाने से लेकर विस्फोट करने तक की ट्रेनिंग दे रहे थे। इसके लिए उन्हें प्रेशर कुकर, मोबाइल बम और प्रेशर बम बनाने की विशेष ट्रेनिंग दी गई।
इसकी पुष्टि कानपुर से पकड़े गए फैसल के लैपटॉप में मिली वीडियो क्लिप, मैसेज और फोटो से भी हुई है। लखनऊ में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के ठिकाने से बम बनाने के तरीकों से जुड़ी सूचना और रेल नेटवर्क के नक्शे ने उनके आईएसआईएस से मिले होने पर मोहर लगा दी
सेटेलाइट फोन की खराबी से पकड़ा गया आतंकी ग्रुप
केरल और तेलंगाना की पुलिस आईएस के इस मॉड्यूल की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इस दौरान पता चला कि ऑनलाइन इसका लिंक उप्र और मप्र से जुड़ रहा था। शाजापुर ब्लास्ट से पहले बम रखकर इन आतंकियों ने सीरिया में बैठे अपने आकाओं को तस्वीरें भी भेजी थीं।
सेटेलाइन फोन और अपने फर्जी एक्सचेंज के जरिए फीड भेजने का नेटवर्क फेल होना उनकी धरपकड़ का कारण बना। बताते हैं कि उन्होंने अपने आकाओं से मोबाइल फोन पर बात की। ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक कर रही खुफिया एजेंसी इनकी लोकेशन ट्रेस कर इन तक पहुंच गई और एक बड़ा पर्दाफाश किया।
एमपी ट्रेन ब्लास्ट से खुला लिंक
शाजापुर में मंगलवार को पैसेंजर ट्रेन में धमाका हुआ। इसमें 10 लोग घायल हुए। जब इसकी जांच में एजेंसियां जुटीं तो पता चला कि ये आईएस की ओर से बड़े हमले के लिए एक ट्रायल था। इस मामले की जांच के दौरान तीन आतंकी पकड़े गए और उनसे पूछताछ के आधार पर उप्र में कई जगह छापेमारी की गई। कानपुर में दो और इटावा से एक आतंकी पकड़ा गया। इसके अलावा इटावा से पकड़े गये आतंकी के चचेरे भाई को भी पुलिस संदेह के आधार पर ले गई है।

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