मंथन न्यूज़ इंदौर –बीआरटीएस पर आईडीए अब एक और प्रयोग करने जा रहा है। विजय नगर चौराहे पर फ्लायओवर बनाने के बजाए अब विजय नगर चौराहा से रसोमा लैबोरेटरी चौराहा तक अंडरपास बनेगा। इसकी बड़ी वजह यह है कि भविष्य में यदि एलिवेटेड रोड बीआरटीएस पर बने तो अंडरपास बाधा नहीं बनेंगे।
11.5 किमी लंबे बीआरटीएस के व्यस्त सर्कल में विजय नगर और रसोमा लेबोरेटरी चौराहा भी शामिल हैं। यहां ट्रैफिक विभाग ने संकेतक लगाए हैं, लेकिन ट्रैफिक का लोड इतना रहता है कि चारों ओर वाहनों की कतार लग जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में यह लोड और बढ़ना है, ऐसे में फ्लायओवर या अंडरपास जैसे विकल्प से ही ट्रैफिक व्यवस्था संभाली जा सकती है।
अहमदाबाद के बीआरटीएस पर भी कई जगह अंडरपास बनाए गए हैं। अब ऐसा ही प्रयोग इंदौर में हो रहा है। शिवाजी वाटिका सर्कल पर अंडरपास बनाने की डिजाइन तैयार हो चुकी है। लोगों से सुझाव भी मांगे गए हैं, जबकि विजय नगर और रसोमा लैबोरेटरी सर्कल के अंडरपास के लिए सर्वे हो चुका है और फाइनल प्लान तैयार हो रहा है।
अंडरपास इसलिए जरूरी
आमतौर पर ट्रैफिक का लोड कम करने के लिए फ्लायओवर बनाए जाते हैं, लेकिन उसकी लागत ज्यादा आती है। कई शहर में अब अंडरपास बनाने के विकल्प को ज्यादा चुना जा रहा है। जिस सड़क पर ज्यादा ट्रैफिक होता है, उसे ब्रिज के माध्यम से अंडरपास किया जाता है, जबकि दूसरी दो सड़कों के ट्रैफिक को उस ब्रिज के ऊपर से गुजारा जाता है। इसमें ब्रिज की चौड़ाई भी ज्यादा नहीं लगती है। पिलर और स्लैब का खर्च नहीं होने से अंडरपास की लागत फ्लायओवर की अपेक्षा कम आती है।
डेढ़ किमी में तीन ट्रैफिक सिग्नल
एमआर-9 चौराहा से विजय नगर चौराहे तक की लंबाई डेढ़ किमी से भी कम है, लेकिन उसके बीच तीन व्यस्त सर्कल हैं। तीनों जगह संकेतक लगे हैं। सुबह और शाम के समय ट्रैफिक ज्यादा होने से यातायात बाधित होता है। आमतौर पर एक चार पहिया वाहन को डेढ़ किमी का सफर तय करने में 10 मिनट का समय लग जाता है। ज्यादा समय तीनों सिग्नल पर लगता है।
ये है प्लानिंग
– दोनों जंक्शन को क्रॉस करने वाला अंडरपास करीब 700 मीटर लंबा होगा, जो रसोमा लैबोरेटरी से विजय नगर सर्कल के कुछ आगे तक बनेगा।
– अंडरपास पर एक ब्रिज भमोरी से मालवीय नगर और दूसरा सयाजी से रेडिसन होटल की तरफ वाले हिस्से में बनेगा।
– 40 मीटर चौड़े अंडरपास में मोटर व्हीकल लेन और बीआरटीएस लेन होगी।सर्विस लेन ऊपर रहेगी, ताकि चौराहों की तरफ मुड़ने वाले ट्रैफिक को आसानी हो।
– विजय नगर चौराहे की रोटरी को भी अंडरपास निर्माण के मद्देनजर हटाया जा सकता है या उसे छोटा किया जा सकता है।
सर्वे रिपोर्ट तैयार है
बीआरटीएस के दो चौराहों के नीचे अंडरपास बनाने का सर्वे कंसलटेंट एजेंसी ने किया है और उसकी प्रपोजल रिपोर्ट मिल चुकी है। जल्दी ही बोर्ड में रखकर चर्चा की जाएगी। पहले विजय नगर चौराहे पर फ्लायओवर की प्लानिंग की गई थी। अब रसोमा भी प्लान में शामिल है। -शंकर लालवानी, अध्यक्ष, आईडीए
पूनम पुरोहित
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