भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि हम किसानों को कर्ज में डूबने नहीं देंगे और नौजवानों को बेरोजगार नहीं रहने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 60 दिनों में इन दोनों वर्गों के आर्थिक उत्थान की एक नई शुरूआत की है, जो आने वाले समय में युवाओं और किसानों की तकदीर तथा प्रदेश की तस्वीर बदल देगी। श्री नाथ आज बड़वानी जिले के ग्राम नागलवाड़ी में 1173 करोड़ रूपये लागत की माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का भूमि-पूजन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास के नए बाजार विकसित किए जाएंगे। सरकार सम्भालने के बाद हमने कर्ज माफी के साथ बिजली के बिलों को आधा किया है। पेंशन की राशि बढ़ाई है। कन्यादान योजना की राशि में दुगनी वृद्धि की है। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले 5 सालों में प्रदेश के साथ हर वर्ग भी खुशहाल हो। मुख्यमंत्री ने नागलवाड़ी के लोक देवता भीलट देव का स्मरण करते हुए कहा कि जब मैं अगली बार इस पवित्र और पावन स्थान पर आऊंगा, तब शिखर धाम तक पक्की सड़क होगी। श्रद्धालुओं को भिलट देव के दर्शन करने में कोई असुविधा नहीं होगी।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा शुरू की गई नागलवाड़ी माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से खरगोन और बड़वानी जिले के 116 गाँवों की 47 हजार हेक्टर कृषि भूमि सिंचित होगी और वहाँ पेयजल की आपूर्ति होगी। मुख्यमंत्री ने पाटी-बोकराटा-खेतियाँ, बाल समुंद-ओझर-नागलवाड़ी मार्ग के उन्नयन और निर्माण तथा खरगोन बड़वानी मार्ग पर 10 उच्च-स्तरीय पुलों का भूमि-पूजन किया। इन निर्माण कार्यों की लागत 143 करोड़ रुपए है। श्री कमल नाथ ने राजपुर और सेंधवा तहसील के किसानों को फसल ऋण माफी के प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
समारोह में गृह मंत्री श्री बाला बच्चन, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री ने नागलवाड़ी में किये भीलट देव के दर्शन
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज बड़वानी जिले के ग्राम नागलवाड़ी प्रवास के दौरान आदिवासी समाज की आस्था के केंद्र शिखर धाम पहुँचकर भीलट देव की पूजा-अर्चना कर प्रदेश के विकास की कामना की। श्री नाथ के साथ गृह मंत्री श्री बाला बच्चन, बड़वानी जिले की प्रभारी मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह बघेल और किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव उपस्थित थे।