कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने बताया कि टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु जिले में 24 दिसम्बर को शरद उत्सव के तहत अनेको प्रतियोगिताए आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि शासकीय कलेण्डर की तर्ज पर जिले के पर्यटन स्थलों पर केन्द्रित जिले का पर्यटन कलेण्डर जारी किया जाएगा। जिसमें पर्यटक स्थलों के साथ-साथ जिले की मूलभूत जानकारी भी दी जाएगी। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि टूरिस्ट वेलकम सेंटर छत्री रोड़ पर जनवरी माह में उत्सव 2017 का पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ हस्तशिल्प, खानपान के स्टाॅल लगाए जाएगें और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।
पुलिस अधीक्षक श्री एस.के.पाण्डे ने कहा कि हमें नेशनल पार्क को प्रोजेक्ट कर अधिक से अधिक पर्यटको को आकर्षित किया जा सकता है। इसके भ्रमण हेतु पर्यटक राजस्थान के रणथंभौर अभ्यारण को देखते हुए श्योपुर के कूनो और शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क का भ्रमण कर सकते है। उन्होंने कहा कि इस सर्किट में बंद पड़े रेस्टोरेन्टो को पुनः शुरू करना होगा। जिससे सैलानियों को खान-पान में किसी प्रकार की परेशानी न आए।
अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर ने उपस्थितजनों से कहा कि 24 दिसम्बर को आयोजित होने वाले शरद उत्सव को सफल बनाए। इस कार्यक्रम में परिवार सहित भाग लें। अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री उपाध्याय ने कहा कि शिवपुरी दर्शन के रूप में जिले में दो टूरिज्म सर्किट तैयार किए गए है। जिसमें एक सर्किट के तहत शिवपुरी से सेसई, रन्नौद, दूसरा सर्किट सतनवाड़ा, मोहनीसागर का है।
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रमोद भार्गव ने कहा कि पर्यटको के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पर्यटक जिले की कला, संस्कृति आदि के दर्शन कर सकें। इसके लिए स्थानीय लोकगीत एवं लोक संस्कृति के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए। पत्रकार श्री अनुपम शुक्ला ने कहा कि टूरिस्ट वेलकम सेंटर के पास स्थित प्राचीन शिवमंदिर है, आध्यात्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, इसे भी प्रमोट किया जाए। अधिवक्ता श्री रूपकिशोर वशिष्ठ ने शिवपुरी वीजन के रूप में अपने सुझाव देते हुए कहा कि शिवपुरी कला, संस्कृति, इतिहास एवं पुरात्व के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण है। मुरैना के घड़ियाल अभ्यारण के तर्ज पर शिवपुरी में भी घड़ियाल अभ्यारण शुरू किया जा सकता है। जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी रहेगा। पत्रकार श्री आलोक एम.इंदौरिया ने कहा कि आगरा से रणथभौर होते हुए पर्यटक सीधे शिवपुरी नेशनल पार्क आ सकता है। इस मार्ग पर पर्यटकों को मूलभूत सुविधाए विकसित करनी होंगी। शहर में स्थित भदैयाकुण्ड पर भी कैफेटोरियम बनाया जा सकता है। जिससे अधिक से अधिक सैलानी उसका आनंद ले सकेंगे। पर्यटन के क्षेत्र में एमबीए करके आए छात्र अर्जित श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में सर्वाधिक वाटरफाॅल एवं अन्य ऐतिहासिक पर्यटन स्थल होने के कारण इन्हें प्रमोट करने की आवश्यकता है। साथ ही प्रदेश की पर्यटन साईड पर इन्हें अवडेट किया जाए। जिले के पर्यटन स्थलों को सैलानियों तक जानकारी पहुंचाने हेतु टूर आॅपरेटरों की भी सेवाए लें। पत्रकार श्री वीरेन्द्र कुमार भुल्ले ने कहा कि वेलकम सेंटर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में स्थानीय संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक गतिविधियों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने टूरिज्म हेतु बनाए गए प्लान से भी अवगत कराया। विजय चैकसे ने बताया कि मड़ीखेड़ा डेम पर वाटर स्पाॅट्स की संभावना है।
पत्रकार बृजेश तोमर ने कहा कि जिले में पर्यटक स्थलों की कमी नहीं है, इन स्थलों को चिहिन्त कर इन पर सैनालियों को सुविधा मुहैया कराने की आवश्कता है। पत्रकार विनय राहुरीकर ने कहा कि नेशनल पार्क एवं उसके अंदर स्थित वाटरफोलो को देखने हेतु वन विभाग से भी समन्वय की आवश्यकता है। श्री सांखला ने कहा कि जाधवसागर की पाल पर लाईट एवं पुल की व्यवस्था कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। श्री तरूण ने कहा कि हमें शिवपुरी फेस्टिवल के लिए भावना जाग्रत करने के साथ-साथ माहौल देना है और स्थानीय पर्यटकों को प्रोत्साहित करना होगा। राजीव शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन ने पर्यटन स्थलों को प्रमोट करने की जो पहल की है, वह सराहनीय है। शिवपुरी पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकेगा। म.प्र.चेम्बर आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष श्री विष्णु अग्रवाल ने कलेक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा कि बंद पड़े टूरिस्ट वेलकम सेंटर को पुनः शुरू करना जिला प्रशासन की अच्छी पहल है। प्रेम स्वीट्स के श्री राजू जैन ने कहा कि वेलकम सेंटर पर लाईट एवं साउण्ड सिस्टम के कार्यक्रम आयोजित किए जाए। श्री वत्रा ने भी कहा कि पर्यटन स्थलों को पहचान दिलाने हेतु सभी को मिलकर कार्य करना होगा। अन्य उपस्थितजनों ने भी टूरिज्म को प्रमोट करने हेतु अपने-अपने सुझाव दिए।