स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा और आयुष के अस्पतालों में मरीजों की खुराक के लिए अभी तक 40 रुपए मिल रहे थे। यह राशि काफी कम थी। सुनकर मरीज, उनके परिजन और आम आदमी को भी अच्छा लगेगा कि मरीजों की खुराक 10 फीसदी बढ़ गई है। लेकिन, यह जानकर आप चौक जाएंगे कि यह राशि महज 4 रुपए है। इतने में तो एक केला भी नहीं मिलने वाला है। करीब 5 साल बाद यह राशि बढ़ाई गई है। अब फिर से बजट बढ़ाने की तैयारी चल रही है।
कई अस्पतालों के अधीक्षकों ने जब राशि बढ़ाने की मांग की तो स्वास्थ्य संचालनालय ने 55 से 60 रुपए रोज बजट बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा।
हाल ही में शासन ने 4 रुपए बजट बढ़ाकर खुराक की एक दिन की राशि 44 रुपए कर दी है। लेकिन, इस राशि से मरीजों के जरूरी कैलोरी के अनुसार भोजन देना संभव नहीं है। पांच साल में महंगाई लगभग डेढ़ गुना बढ़ गई है। इसके बाद भी शासन ने सिर्फ 10 फीसदी बजट बढ़ाया।
स्वास्थ्य संचालनालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह राशि बहुत कम है, इसलिए बजट बढ़ाने के लिए फिर से शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। 55 से 60 रुपए बजट बढ़ाने की मांग की जाएगी। बता दें कि गर्भवती महिलाओं के लिए 40 रुपए केन्द्र से व 44 रुपए राज्य से मिल रहे हैं। लेकिन आम मरीजों के बजट के लिए राशि केन्द्र से नहीं मिल रही है। छोटे अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं का कुछ बजट आम मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है