मध्य प्रदेश के संजय गांधी टाइगर रिजर्व में सबकी चहेती बाघिन ‘लाडली’ अब जंगल में शिकार करेगी. महज डेढ़ महीने की उम्र में मां की मौत के बाद उसे बाड़े में रखकर जंगल में रहने की ट्रेनिंग दी जा रही थी.
टाइगर रिजर्व में सबकी चहेती बन गई इस बाघिन से सीएम शिवराज सिंह चौहान का भी विशेष लगाव है. उन्होंने नन्हे शावक को ‘लाडली’ नाम दिया था. उनकी इस ‘लाडली’ को अब बाड़े से मुक्त कर शिकार करने और जंगल पर राज के लिए आजाद कर दिया गया
दरअसल, ‘लाडली’ की मां की बाघों की आपसी लड़ाई में मौत हो गई थी. बाघों में अपने इलाके को लेकर यह संघर्ष हुआ था. इसके बाद अनाथ शावक के दूसरे बाघ के शिकार बनने की आशंका के चलते उसे जंगल से सुरक्षित निकाल कर बाड़े में रखा गया था.
संजय गांधी टाइगर रिजर्व के कंजरा बाड़े में करीब सात महीने तक ‘लाडली’ को शिकार के दांव-पेंच सिखाए गए. शिकार में पूरी तरह से पारंगत होने के बाद उसे दुबरी रेंज में छोड़ा गया है.
इस बाघिन को बाघ टी-005 के क्षेत्राधिकार वाले हिस्से में छोड़ा गया है, जो करीब 100 किलोमीटर के जंगल पर अभी राज कर रहा है. वहीं, बाघिन का दायर 8 से 10 किलोमीटर होता है.
पूनम पुरोहित