भाजपा के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के समर्थन में वोटिंग की थी।
नारायण त्रिपाठी ने कहा था कि भाजपा में उनका सम्मान नहीं था जिस कारण से उन्होंने सरकार को समर्थन दिया है।
विधायकों से करेंगे चर्चा
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जेपी नड्डा सदस्यता अभियान की बैठक के बहाने 1 अगस्त को मध्यप्रदेश आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार, जेपी नड्डा यहां भाजपा से सभी सांसदों औऱ विधायकों के साथ अलग-अलग चर्चा करेंगे। नड्डा यहां प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक स्थितियों, विधायकों के असंतोष और आगे की रणनीति समझेंगे। बताया जा रहा है भाजपा में फूट के बाद कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक-एक विधायक से अलग से मुलाकात कर चर्चा भी कर सकते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह की भी नजर
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृहमंत्री अमित शाह भी पूरे सियासी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से फीडबैक ले रहे हैं। पार्टी आलाकमान ने प्रदेश के नेताओं को सोचसमझकर बयानबाजी करने की सलाह दी है।
बागी विधायकों से नहीं हुआ संपर्क
वहीं, बताया जा रहा है कि भाजपा के बागी विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल का भाजपा से कोई संपर्क नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि दोनों ही नेता भोपाल से बाहर बताए जा रहे हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा सदन में भाजपा के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी और व्यौहारी से विधायक शरद कोल ने एक विधेयक पर कमल नाथ सरकार के समर्थन में वोटिंग की थी।
भार्गव ने कहा- दोनों विधायक हमारे
वहीं, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि पूरा मतविभाजन फर्जी और असंसदीय था। हम इस मामसे में राजभवन पहुंचकर शिकायत करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों ही विधायक हमारे दल के हैं।
Manthan News Just another WordPress site