निभाएंगे हर वचन, आचार संहिता के पहले जिस पर वित्तीय भार नहीं आएगा ऐसी मांगें पूरी करेंगे, 60 से अधिक संगठनों के पदाधिकारियों ने लिया भाग
भोपाल. मंत्रालय में बुधवार को कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी और कैबिनेट मंत्रियों के बीच बैठक हुई। वैसे तो इस बैठक में चुनिंदा संगठनों को ही आमंत्रित किया गया था, लेकिन इसमें 60 से अधिक संगठनों के लोग पहुंचे। वल्लभ भवन के पुराने भवन के 506 कक्ष में हुई इस बैठक के दौरान कक्ष में काफी भीड़ हो गई थी, ऐसे में कई कर्मचारियों को खड़े ही रहना पड़ा। कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी खुलकर अपनी समस्याएं नहीं रख पाए, और कुछ पदाधिकारियों को ही बोलने का अवसर मिला। बैठक को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, गृह मंत्री बाला बच्चन, सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने संबोधित किया। इस दौरान सभी ने कर्मचारियों को लेकर कांग्रेस के वचन पत्र में किए गए वादे को पूरा करने का आश्वासन दिया। बैठक में कर्मचारी संगठनों ने 68 मांगे रखी।
मैं मंत्री नहीं कर्मचारी नेता हूं, और आप मेरे वोटर हो
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि क्रिकेटर मैच भी जब शुरू होता है, तो पहले पिच पर आकर जमता है, लेकिन जब वह लय में आ जाता है, तो फिर चौके, छक्के लगाता है। इसी तरह अभी-अभी हमारी सरकार बनी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ वचन के पक्के हैं। संविदा शिक्षक मुख्यमंत्री का दिल है, और कर्मचारियों के सारे काम होंगे। उन्होंने कहा मैं मंत्री नहीं कर्मचारी नेता हूं, विधानसभा चुनाव जीताकर एक पाया मजबूत किया है, अब दूसरा पाया लोकसभा में मजबूत करना।
वचन पूरे करेंगे, आप हमारे हाथ मजबूत करें
गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि 15 साल के वनवास के बाद हम सत्ता में आए हैं। इसमें आपका रोल अहम है। कोई भी गाड़ी दो पहियो पर चलती है, और आप हमारा एक महत्वपूर्ण पहिया हो। हमारे वचन पांच सालों के लिए है। हम सभी वचनों को पूरा करेंगे, आप हमारे हाथ मजबूत करे और सहयोग दो।
संगठनों ने मांगों को लेकर सौंपे ज्ञापन
बैठक में कुछ कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों की मांगे रखी। संगठनों ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपे। इस मौके पर वीरेंद्र खोंगल, भुवनेश पटेल, सुधीर नायक, अजय श्रीवास्तव नीलू, रमेश राठौर, रामनरेश त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी नेता उपस्थित थे।
पहले बिना खर्चें वाली मांग पूरी करेंगे
सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि वचन पूरी करने को लेकर आपसे ज्यादा चिंता मुख्यमंत्री को है। सीएम का निर्णय हमारे लिए रामायण व गीता है। आचार संहिता के पहले बिना खर्चें वाली मांग पूरा करेंगे। सभी वचन पूरे किए जाएंगे।शुरूआत में उन्होंने पीसी शर्मा की ओर इशारा कर कहा कि इनके साथ बैठ जाओ, ये लिखते जाएंगे, मैं दस्तखत करता जाउंगा।