मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में मंत्री-मंडल के सदस्यों से राज्य में कोरोना वायरस नियंत्रण के संबंध में चर्चा की। श्री चौहान ने कहा कि राज्य में इस रोग पर नियंत्रण का कार्य काफी तेजी से चलाया जा रहा है। टेस्टिंग किट्स की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है। प्रदेश के 27 जिलों में कोरोना का प्रभाव है। प्रदेश के 14 जिलों में 15 से अधिक पॉजिटिव प्रकरण मिले हैं और अन्य 24 जिलों में एक भी कोरोना रोगी नहीं पाया गया है। जहाँ 10 से कम कोरोना रोगी पाए गए हैं, उन जिलों की संख्या 14 है। प्रदेश में कुल 487 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं। इससे इस रोग पर नियंत्रण में सफलता मिली है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री कमल पटेल, श्री गोविंद सिंह राजपूत और सुश्री मीना सिंह चर्चा में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 8 लाख 85 हजार श्रमिकों के बैंक खातों में क्रमश: एक-एक हजार रूपए की राशि जमा कराने का निर्णय लिया गया और राशि जमा करवा दी गई है। मध्यप्रदेश में लॉकडाउन की वजह से फंसे अन्य राज्यों के करीब 7 हजार श्रमिकों की भी तत्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक-एक हजार रूपए की राशि दी जा रही है। श्री चौहान ने बतायाकि मकान मालिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अभी किराएदारों से किराया न लें, न ही मकान खाली कराने की कार्रवाई करें। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में संबल योजना को नए सिरे से प्रारंभ किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो जिले कोरोना संक्रमण से प्रभावित नहीं है, वहाँ भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जरूरतमंदों को रोजगार देने के लिये मनरेगा के अंतर्गत कार्य प्रारंभ किए गए हैं। विभिन्न राज्यों से करीब 25 हजार विद्यार्थी वापस अपने घर लौट आए हैं। प्रदेश में पूरी सजगता और सतर्कता से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गेहूँ खरीदी का कार्य भी सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। निर्धारित गाइडलाइन का पालन करते हुए आवश्यक आर्थिक गतिविधियाँ भी संचालित हो रही हैं। मुख्यमंत्री को मंत्री-मंडल के सदस्यों ने विभिन्न जिलों से प्राप्त रोग नियंत्रण प्रयासों और सामाजिक संगठनों द्वारा की जा रही जनसेवाओं की जानकारी दी । मुख्य सचिव श्री इकबालसिंह बैंस ने इस दौरान कोरोना नियंत्रण के लिए राज्य में अब तक संपन्न कार्यों की जानकारी दी।