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इन निर्दलीय विधायकों को टिकट देने जा रही है भाजपा!

भोपाल। मध्यप्रदेश के तीनों निर्दलीय विधायक इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर उम्मीदवारी करने वाले हैं। भाजपा ने इन तीनों को टिकट देने का मन बना लिया है और इसके संकेत भी दे दिए हैं।

सिवनी से दिनेश राय मुनमुन तो घोषित तौर पर भाजपा में शामिल हो चुके हैं बाकि सीहोर के सुदेश राय और थांदला के कल सिंह भाबर अघोषित रूप से भाजपाई हैं, लेकिन इस तरह के संकेत देने से पार्टी की मुश्किलें बढऩे वाली हैं क्योंकि पार्टी के नेताओं ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है।

यहां तक कि पार्टी नेता, समर्थकों के साथ प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह तक के सामने विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं।

– सीहोर में टिकट को लेकर घमासान सीहोर विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर भारी घमासान है। ये मुख्यमंत्री का गृह जिला है इसलिए संगठन को यहां की चिंता ज्यादा है।

सुदेश राय मौजूदा विधायक हैं जो निर्दलीय चुनाव जीते थे लेकिन अघोषित तौर पर भाजपा में शािमल हो गए, भाजपा की बैठकों में भी लगातार इनकी उपस्थिति रही। भाजपा सुदेश राय को अपने टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहती है लेकिन यहां पर दो बड़े दावेदार हैं जो पार्टी को मुश्किल पैदा कर सकते हैं।

पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और जसपाल सिंह अरोरा। सुदेश राय की टिकट का विरोध हो रहा है, जसपाल अरोरा तो भारी मुखालफत कर रहे हैं ।

– थांदला में खुलेआम विरोध झाबुआ जिले की थांदला विधानसभा सीट पर निर्दलीय विधायक कल सिंह भाबर का तो प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सामने ही विरोध हो गया। कल सिंह भाबर ने पिछले चुनाव में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव जीता था।

अब राकेश सिंह की उनसे मुलाकात स्थानीय नेताओं को रास नहीं आई, भाबर को उम्मीदवार बनाने की संभावना के चलते टिकट के दावेदार दिलीप कटारा ने पांच सौ समर्थकों के साथ राकेश सिंह के सामने खुलेआम विरोध कर दिया। वहीं न छापने की शर्त पर झाबुआ के दो बड़े भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्होंने संगठन को साफ साफ बता दिया है कि भाबर को टिकट दिया तो पार्टी यहां से हार जाएगी क्योंकि यहां पर बड़े पैमाने पर बगावत हो रही है, जो टिकट की घोषणा के साथ ही सामने आ जाएगी।

 

– मुनमुन पर नहीं एक राय सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन को भाजपा ने आनन फानन में आधी रात को पार्टी में शामिल कर लिया यानी सिवनी से मुनमुन की उम्मीदवारी तय हो गई। यहां से नीता पटैरिया विधायक भी रह चुकी हैं और सांसद भी। नीता पटैरिया ने 2008 में मुनमुन को हराया था, 2013 में नीता का टिकट कटा तो मुनमुन जीत गए।

नीता पटैरिया की यहां से फिर से दावेदारी है। मुनमुन भाजपा में शामिल होने के बाद ये भी कह चुके हैं कि वो क्षेत्र के काम करवाने के लिए भाजपा में शािमल हुए हैं। मुनमुन और नीता पटैरिया के बीच का विवाद एक बार बहुत चर्चा में रहा है। स्थानीय संगठन में मुनमुन को भाजपा में शामिल होने का विरोध तेज हो गया है, जो आने वाले समय में भाजपा को मुश्किल में डाल सकता है।

भाजपा में जब तक बी फॉर्म न मिले तब तक टिकट पक्का नहीं माना जाता, प्रभावशाली लोगों की आवश्कता होगी इसलिए मुनमुन को शामिल किया, जो दरी बिछाता है बिछाता रहेगा,हम जहां हैं वहीं रहेंगे।

– नीता पटैरिया पूर्व विधायक,सिवनी

आज की तारीख में सुदेश राय जनता में जीरो है, भाजपा को बुरी तरह सीट हारनी होगी तो देगी उसको टिकट, उसका इतना विरोध होगा कि कभी किसी का नहीं हुआ होगा।

– जसपाल सिंह अरोरा भाजपा नेता,सीहोर

हम तो पूरे तरह विरोध में हैं,पूरी विधानसभा के कार्यकर्ता कल सिंह भाबर के खिलाफ हैं। जो हमने विरोध किया वो तो ट्रेलर था पूरी फिल्म तो अभी बाकी है।

– दिलीप कटारा भाजपा नेता,थांदला

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