भिंड । September 19, 2023 at 6:10 pm
पूना पैक्ट धिक्कार दिवस के उपलक्ष्य में 24 सितंबर को जिले में विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा।
उक्त रैली को लेकर अटेर विधानसभा में बहुजन समाजवादी पार्टी में टिकट के प्रवल दावेदार माने जा रहे शशि भदौरिया लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे है।
इस दौरान टिकट के दावेदार शशि भदौरिया ने बताया की *पूना पैक्ट दिक्कार दिवस* महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर के बीच में हुआ एक समझौता है जिससे दलितों के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि 24 सितंबर के दिन वर्ष 1932 में पूणे की यरवदा जेल में महात्मा गांधी व डॉ. भीमराव आंबेडकर के बीच समझौता हुआ था।यह पूना पैक्ट के नाम से जाना गया। अंग्रेज सरकार ने इस समझौते को सांप्रदायिक अधिनिर्णय (कॉम्युनल अवार्ड) में संशोधन के रूप में अपनी अनुमति प्रदान की थी। जिसके तहत बाबा साहेब द्वारा उठाई गई राजनीतिक प्रतिनिधित्व की मांग को मानते हुए दलित वर्ग को दो वोटों का अधिकार मिला। एक वोट से दलित अपना प्रतिनिधि चुनेंगे तथा दूसरी वोट से सामान्य वर्ग का प्रतिनिधि चुनेंगे। दलित प्रतिनिधि को चुनने में सामान्य वर्ग का कोई दखल न रहा। कम्युनल एवार्ड की घोषणा होते ही पहले तो महात्मा गांधी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इसे बदलवाने का प्रयास किया, परंतु जब उन्होंने देखा के यह निर्णय बदला नहीं जा रहा, तो उन्होंने मरण व्रत रखने की घोषणा कर दी। उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी व पुत्र देवदास गांधी बाबा साहेब के पास गए और उनसे प्रार्थना की कि वे गांधी के प्राण बचा ले। महात्मा गांधी की मृत्यु के लिए ताउम्र उन्हें दोषी न ठहराया जाए इसलिए मजबूरी में डॉ. आंबेडकर ने ये समझौता किया। यदि कॉम्युनल अवार्ड लागू हो जाता तो आज अनुसूचित समाज भी अन्य वर्गों के बराबर हो जाता।
पूना पैक्ट धिक्कार दिवस के उपलक्ष्य में 24 सितंबर को जिले में विशाल रैली का आयोजन किया जाना है
इस दौरान श्री भदोरिया ने महपुरा, राजपुरा, अटेर, परा, सिंहुदा, कनावर, नारीपुरा, फूप, बरही आदि के क्षेत्र वासियों से 24 सितंबर को बड़ी संख्या में पहुंचने के लिए आवाहन किया।
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