विधानसभा सचिवालय शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ऑनलाइन लेने की व्यवस्था शुरू कर रहा है। इस सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
वर्तमान में विधायकों को ये सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में उपस्थित होकर लिखित रूप मेंं देना होती हैं। विधानसभा सचिवालय संदेशवाहक के हाथों इसे राज्य सरकार को भेजता है। विधानसभा सचिवालय से मंत्रालय तक सूचनाएं पहुंचने में कई बार देरी के कारण उनके जवाब भी देरी से आते हैं।
अब कार्यसूची का इंतजार नहीं
अभी तक यह होता रहा है कि विधायक द्वारा ध्यानाकर्षण और शून्यकाल सहित अन्य सूचनाओं के माध्यम से मांगी गई जानकारी को विधानसभा सचिवालय सरकार को जवाब के लिए भेज देता है, लेकिन सचिवालय कार्य सूची का इंतजार करता रहता है। कार्यसूची में विषय शामिल होने पर इसके जवाब सचिवालय को भेजे जाते हैं, अब ऐसा नहीं होगा। वर्तमान में विधायकों को लिखित प्रश्न पूछने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था है।
विधानसभा सचिवालय शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ऑनलाइन लेने की व्यवस्था शुरू कर रहा है। इस सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। ऑफलाइन व्यवस्था जारी रहेगी।
– एपी सिंह, प्रमुख सचिव, विधानसभा
मुझे बनाओ कांग्रेस का प्रोबेशनरी प्रेसिडेंट : असलम
इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेरखान ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि उनको दो साल के लिए पार्टी का प्रोबेशनरी प्रेसिडेंट बनाया जाए। असलम ने लिखा है कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद असंतोष और मंथन में डूबी कांग्रेस में नए-नए बयान आ रहे हैं। पार्टी अनिर्णय और अनिश्चितता की स्थिति में है।
मुझे जिस तरह ओलंपिक में मौका मिला, यहां भी मिलना चाहिए। राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कांग्रेस पिछड़ रही है। दूसरे नेता भी मेरी तरह हिम्मत दिखाएं। सिर्फ कमरों में बैठकर कांग्रेस और राहुल की बुराई से कुछ नहीं होगा। हमें मिलकर नए सिरे से काम करना होगा। पार्टी संविधान में व्यवस्था है कि अध्यक्ष इस्तीफा दे दें तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।