Breaking News

चुनाव वे लड़ेंगे, मैं तो मदद कर रही हूं : प्रियदर्शनी राजे

   

अरुण तिवारी, भोपाल. कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रिय्रदर्शनीराजे ग्वालियर और गुना लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे अपने पति की जगह जनसंपर्क कर रही हैं। उनके चुनाव लडऩे की भी चर्चा है। प्रियदर्शनी ने ‘पत्रिका’ से खास बातचीत में चुनाव लडऩे से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि वे अपने पति के अधूरे कामों को पूरा कर रही हैं।

लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी आमने-सामने हैं, कौन आगे निकलेगा?
जवाब : मैं राजनीतिक नहीं हूं, इसलिए इन सब बातों से मेरा ज्यादा सरोकार नहीं है, फिर भी जो परिदृश्य सामने है, उससे जाहिर है कि राहुल गांधी आगे निकलने वाले हैं। हाल ही में तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी है।
आपकी सक्रियता को उम्मीदवारी माना जा सकता है?
जवाब : मैं उनकी मदद कर रही हूं, चुनाव तो वही लड़ेंगे। उनको पार्टी ने उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है तो उनकी मदद के लिए हम हैं, पूरा परिवार है और यहां के लोग हैं, वह भी हमारा ही परिवार है।
क्या महिलाओं की भागीदारी राजनीति में बढऩी चाहिए?
जवाब : हम इसीलिए महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं, वे अपने वोट का अधिकार समझेंगी तो आगे रास्ते भी बनेंगे।
ये धारणा है कि ज्योतिरादित्य लोगों से हाथ भी नहीं मिलाते और आप महिलाओं से गले मिल रही हैं, क्या संदेश है जनता के लिए?
जवाब : ये झूठ है कि वे हाथ नहीं मिलाते, ये बात आप जनता से ही पूछ लीजिए। उनका पहला लक्ष्य है इन लोगों के लिए काम करना। जनता को भी यही पसंद आता है कि पहले काम हो फिर गले मिला जाए।
पत्नी के रूप में क्या शिकायत नहीं रहती कि ज्योतिरादित्य वक्त नहीं दे पाते, वे कैसे मैनेज करते हैं परिवार और राजनीति?
जवाब : मैं भी नहीं समझ पाती कि वे कैसे मैनेज कर पाते हैं, लगता है उनके पास जादू की छड़ी है। उनके पास सबके लिए पर्याप्त समय है मेरे लिए, बच्चों के लिए, मां के लिए। उनका टाइम मैनेजमेंट कमाल का है।
ज्योतिरादित्य से ज्यादा ऊर्जा तो आपमें दिखती है, लगातार महिला सम्मेलन कर रही हैं?
जवाब : नहीं ऐसा नहीं है, उनमें बहुत एनर्जी है। उनका काम अलग है, मेरा काम अलग है। उन्होंने मुझे उनसे मिलने भेजा है, जिनसे वे नहीं मिल पाए। उनकी व्यस्तता के चलते कई जगह छूट जाती हैं। मैं ये देखने आई हूं कि क्या काम हो रहा है, क्या नहीं हो रहा, हम और क्या कर सकते हैं।
वो चाहते हैं कि महिलाएं जागरूक हों, अपनी बात कहें, अपने वोट का अधिकार समझें, अपनी मांगें आगे रखें कि उनको नौकरी चाहिए, घर चाहिए। पुरुष आगे निकल जाते हैं और उनको लगता है कि महिला घर में खुश है, इसलिए उन्होंने मुझे महिलाओं के बीच भेजा है।
आगे चुनाव लडऩे की कोई योजना है?
जवाब : मैंने पहले ही कहा कि चुनाव वही लड़ेंगे। यदि वे यहां से नहीं लड़ेंगे तो नुकसान जनता का ही होगा, क्योंकि वे इन लोगों के लिए जितना सोचते हैं, जितना काम करते हैं और कोई नहीं कर सकता।
क्या महाआर्यमन राजनीति में आएंगे?
जवाब : हम राजनीति नहीं समाजसेवा करते हैं। हमें पद की कोई चिंता नहीं। हमारा पूरा परिवार सेवा में लगा रहता है। पूरी जनता हमारा परिवार है और हम सब ये करते रहेंगे।

Check Also

गुना संसदीय क्षेत्र की जनता के लिये प्रतिदिन, गुना से शिवपुरी होते हुए ग्वालियर तक रेलगाडी चलाने को लेकर की मांग*

🔊 Listen to this *गुना संसदीय क्षेत्र की जनता के लिये प्रतिदिन, गुना से शिवपुरी …