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राज्य की सहायता बंद, गरीबों का मर्ज अब 'आयुष्मान' से होगा दूर

Ayushmaan Bharat: राज्य बीमारी सहायता के तहत 8 श्रेणियों में लाभ मिलता था, अब अगर बीपीएल कार्ड नहीं हुआ तो इलाज नहीं मिलेगा।
ग्वालियर। 13 साल में राज्य बीमारी सहायता से जिले के 598 रोगियों को इलाज मिला है। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया है। अब आवेदन करने वालों का इलाज आयुष्मान भारत योजना में ही होगा। स्वास्थ्य विभाग ने अब आवेदन लेना बंद कर दिया है, जो 42 आवेदन आए हैं, वह भी अभी पेंडिंग में पड़े हैं।दिलचस्प बात ये है कि आयुष्मान भारत योजना में सिर्फ बीपीएल और संबल कार्डधारक ही शामिल हैं, जबकि राज्य बीमारी सहायता निधि में 8 श्रेणियों को लाभ मिलता था। ऐसे में अब जिन लोगों के बीपीएल कार्ड नहीं होंगे, उनके लिए इलाज कराना मुश्किल होगा। राज्य बीमारी सहायता के तहत रोगियों को 25 हजार से 2 लाख तक की सहायता उपलब्ध कराई जाती थी। इसमें रोगी जिस अस्पताल में उपचार कराना चाहता है, वहां से एस्टीमेट बनवाकर लाना होता था। इलाज के बाद पूरी राशि सीधे अस्पताल के खाते में पहुंच जाती थी।यह योजना 2006 में शुरू हुई थी। इसके तहत जिले में 598 रोगियों को 4 करोड़ 42 लाख 28 हजार 136 रुपए की बीमारी सहायता मिली है। प्रशासन के पास इलाज की गुहार लगाने वालों को भी इसी योजना के तहत लाभ दिलाया जाता था। अब सरकार ने इस योजना को बंद करने और आवेदकों को आयुष्मान भारत योजना में लाभ दिलाने का निर्णय लिया है। शासन से मिले निर्देश के बाद ग्वालियर के स्वास्थ्य विभाग ने आवेदन लेना बंद कर दिया है। 28 दिसंबर 2018 तक केस सेंशन हुए और आवेदन भी लिए गए थे।अब आने वाले आवेदकों को आयुष्मान भारत योजना के तहत आवेदन करने के लिए कहा जा रहा है। इसमें 5 लाख तक का बीमा कवर दिया जा रहा है।आयुष्मान में बीपीएल परिवारों को ही मिल सकेगा लाभराज्य बीमारी सहायता के तहत अब तक इन 8 श्रेणियों में शामिल लोगों को लाभ मिलता था, मगर अब यदि इनके पास बीपीएल या संबल कार्ड नहीं होगा तो आयुष्मान में इलाज नहीं मिल सकेगा। वैसे भी आयुष्मान भारत योजना को लेकर उलझन की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि इसमें 2011 की जनगणना में शामिल बीपीएल परिवारों को ही लाभ दिया जा रहा है। इसलिए जिन लोगों के कार्ड बाद में बने हैं, उनको सॉफ्टवेयर स्वीकार ही नहीं कर रहा है।समान ही हैं दोनों योजनाराज्य बीमारी सहायता निधि और आयुष्मान योजना लगभग समान ही हैं। इसलिए शासन ने राज्य बीमारी सहायता निधि बंद कर दी है। अब इसके आवेदन नहीं ले रहे हैं। इस योजना के तहत आवेदन करने वालों को अब आयुष्मान भारत में लाभ दिलाया जाएगा।डॉ. मृदुल सक्सेना, सीएमएचओये है आयुष्मान योजनाइसमें 5 लाख तक का निशुल्क उपचार संभव है।- 2011 की जनगणना में शामिल बीपीएल परिवारों को इसमें शामिल किया गया है।-मुख्यमंत्री संबल योजना के हितग्राही भी इसमें कवर होंगे।– घरेलू कामकाजी महिला भी शामिल की जाना है, मगर अभी हुई नहीं हैं।

 

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