बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती की पार्टी की विधायक के बयान से एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। बसपा और निर्दलीय के समर्थन से चल रही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार से बसपा की विधायक नाराज हैं।
भोपाल। बहुजन समाज पार्टी ( bahujan samaj party ) सुप्रीमो मायावती ( mayawati ) की पार्टी की विधायक के बयान से एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है। बसपा और निर्दलीय के समर्थन से चल रही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार से बसपा की विधायक नाराज हैं। उन्हें आश्वासन के बावजूद अब तक मंत्री नहीं बनाया गया है। विधायक के ताजा बयान से एक बार फिर प्रदेश में कमलनाथ सरकार टेंशन में नजर आ रही है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की विधायक रामबाई के तेवर फिर सख्त हो गए हैं। उन्होंने गुरुवार को मीडिया से कहा कि कर्नाटक और गोवा की तरह मध्यप्रदेश की सरकार को भी खतरा है। ऐसी स्थिति में भी हमें कुछ नहीं मिला तो क्या फायदा है। रामबाई ने कहा कि अगर उन्हें अब भी मंत्री नहीं बनाया गया तो फिर कब बनाया जाएगा। रामबाई के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।
कमलनाथ को है मेरा समर्थन
मीडिया से चर्चा के दौरान बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई ने कमलनाथ सरकार पर काफी नाराजगी दिखाई। उन्होंने कहा कि यदि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया तो क्या फायदा। मेरे परिवार वालों पर झूठे केस लगाए गए हैं। मेरा समर्थन इसलिए है, क्योंकि कमलनाथ को मुख्यमंत्री रहना चाहिए।
मीडिया से चर्चा के दौरान बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई ने कमलनाथ सरकार पर काफी नाराजगी दिखाई। उन्होंने कहा कि यदि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया तो क्या फायदा। मेरे परिवार वालों पर झूठे केस लगाए गए हैं। मेरा समर्थन इसलिए है, क्योंकि कमलनाथ को मुख्यमंत्री रहना चाहिए।
सरकार की हो रही है बदनामी
रामबाई ने यह भी कहा कि इससे उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही सरकार की भी बदनामी हो रही है। रामबाई ने कहा कि विकास के मामले में उनके विधानसभा क्षेत्र को प्राथमिकता मिलना चाहिए। मंत्री मेरी नहीं सुनते हैं।
रामबाई ने यह भी कहा कि इससे उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही सरकार की भी बदनामी हो रही है। रामबाई ने कहा कि विकास के मामले में उनके विधानसभा क्षेत्र को प्राथमिकता मिलना चाहिए। मंत्री मेरी नहीं सुनते हैं।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही रामबाई मंत्री न बन पाने से कमलनाथ सरकार से काफी नाराज हैं। उन्हें सरकार की तरफ से कई बार आश्वासन मिला है, लेकिन लगातार हो रही देरी के कारण बार-बार विधायकों की सरकार के प्रति नाराजगी जगजाहिर हो रही है।