Breaking News

वरिष्ठ साहित्यकारो के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए:राजेश सिंह

स्वर्गीय रामकुमार चतुर्वेदी चंचल जी स्मृति सप्ताह का हुआ समापन,
प्रथम चंचल सम्मान डॉ लोकेश तिवारी को प्रदान किया गया।

शिवपुरी अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला इकाई शिवपुरी के द्वारा एक अक्टूबर से प्रारम्भ किया गया स्वर्गीय रामकुमार चतुर्वेदी चंचल स्मृति सप्ताह का समापन शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह जी चंदेल के मुख्य आतिथ्य,महिला बाल विकास अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल के विशिष्ठ आतिथ्य, वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद जी भार्गव की अध्यक्षता प्रो लखनलाल जी खरे मुख्य वक्ता व चंचल जी की पुत्री कामना चतुर्वेदी सक्सेना,पुरषोत्तम जी गौतम,डॉ एच पी जैन,वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश जी वशिष्ठ,महाविधालय की प्राध्यापक पदमा शर्मा,समाजसेवी एन पी सिंह बॉबी राजा के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ चंचल जी व शिवपुरी नगर के सभी दिवंगत साहित्यकारों के चित्र के आगे दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि वरिष्ठ साहित्यकारों का स्मरण कर उनके जीवन चरित्र से सीख युवाओ को लेना चाहिए,हम जब विद्यार्थी थे तब पुस्तके खरीदने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती थी,किताबे मिलती भी बड़ी मुश्किलों से थी,ललक थी जो हमे पुस्तको से जोड़े रखती थी,शिवपुरी के वरिष्ठ साहित्यकार स्वर्गीय रामकुमार चतुर्वेदी चंचल जी के जीवन के बारे मे जितना पढ़ा या सुना वह उनके विराट व्यक्तित्व को ही प्रकट करता है।ऐसे लोगो का स्मरण करना पूरा सप्ताह उनके स्मरण के लिए आयोजित किया जाना अनुकरणीय है।विशिष्ठ अतिथि महिला बाल विकास अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल ने कहा कि गीत कविता ये सब यू ही नही लिख जाती इसके पीछे ईश्वरीय प्रेरणा होती है,और साहित्यकार ईश्वर की विशेष कृपा के पात्र होते है,और चंचल जी जैसे लोग तो वाकई विशेष होते है,जिनकी कविता उनको सदा सदा के लिए अमर बनाती है।मुख्य वक्ता करेरा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो लखनलाल जी खरे ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से शिवपुरी के किसी कवि को कविता पाठ करने का शौभाग्य प्राप्त हुआ है तो वह है स्वर्गीय रामकुमार चतुर्वेदी चंचल जी,वह शिवपुरी का गौरव है,उनके स्मरण के लिए ऐसे कार्यक्रम प्रतिवर्ष होना ही चाहिए।वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश जी वशिष्ठ ने पूरे सप्ताह के कार्यक्रम की जानकारी व अपने अनुभव साझा किए।चंचल जी के नाती दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे निपुण सक्सेना ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी और चंचलजी का किस्सा साझा करते हुए उनकी कविता अभी तो में अंगार हु जलता हुआ अंगार का वाचन किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद जी भार्गव ने कहा कि शिवपुरी को चंचल जी जैसे विराट व्यक्तित्व ने अपनी कर्मभूमि बनाया ये शिवपुरी के लिए गौरव की बात है,उनसे साहित्य जगत की नई रोशनी मिली,निरालाजी दिनकर जी की परंपरा को चंचल जी ने आगे बढ़ाया,ऐसी महान विभूति का स्मरण करना बेहद जरूरी है खासकर युवाओ को उनकी कविता और जीवन चरित्र को जरूर पढ़ना चाहिए,अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने सराहनीय पहल की है जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।देवेंद्र सुंदरियाल ने महिला बाल विकास की और वक्तव्य कला में निपुण बच्चियों को विभाग की और से ब्रांड बनाकर प्रस्तुत करने की घोषणा मंच से की।2019 का प्रथम स्वर्गीय रामकुमार चतुर्वेदी चंचल स्मृति सम्मान ग्वालियर के युवा साहित्यकार जिन्होंने चंचल जी विरही जी राजीव जी पर पी एच डी की है कई शोध पत्र जिनके प्रकाशित हो चुके है और पुस्तक भी आ चुकी है ऐसे डॉ लोकेश तिवारी को दिया गया,जिसके बाद डॉ लोकेश तिवारी ने चंचल जी के जीवन चरित्र पर शोध के कुछ अंश भी पढ़कर सुनाए।इसी तरह शिवपुरी के साहित्य जगत में महत्वपूर्ण कार्य के लिए अरुण जी अपेक्षित व सुकून शिवपुरी को भी सम्मानित सभी अतिथियों के द्वारा किया गया।एक अक्टूबर से प्रारम्भ हुए सप्ताह की प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को भी इस अवसर पर पुरुष्कृत किया गया,कोलारस से जयपाल जाट,कु पूनम पुरोहित,ब्रजेश तोमर प्रो अतुल गुप्ता पिछोर नीरज तिवारी सत्येंद्र सिंह नरवर को भी विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।अंत मे उपस्थित सभी लोगो ने शिवपुरी के सभी दिवंगत साहित्यकारो के चित्र के आगे पुष्प अर्पित कर उनका स्मरण किया,संचालन पूरे सप्ताह के कार्यक्रम संयोजक आशुतोष शर्मा,व आभार मुकेश मिश्रा ने ज्ञापित किया।कार्यक्रम में कनाडा से आये चंचल जी के नाती निपुण सक्सेना के मित्र भी पूरे समय मौजूद रहे उनका पुष्प माला के साथ अभिनंदन किया गया।

Check Also

हम जैसे कार्यकर्ताओं को जहर दे दो _ धैर्यवर्धन

🔊 Listen to this शिवपुरीDec 10, 2024 at 10:51 _________________________ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश …