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म.प्र बीजेपी 90 फीसदी मंडल-जिलाध्यक्ष हो जाएंगे सेवानिवृत्त

भोपाल। मध्यप्रदेश में 2020 अब नई भाजपा दिखेगी। 15 साल सत्ता में रहने के दौरान जो नेता मंडल और जिलाध्यक्ष बनकर बैठे थे, ऐसे 90 फीसदी से ज्यादा नेताओं को पार्टी इस संगठन चुनाव में सेवानिवृत्त कर देगी। पार्टी इन्हें नई टीम में स्थान नहीं देगी। दरअसल, भाजपा के सत्ता में रहने के दौरान संगठन कमजोर हो गया, जिसे कसने के लिए यह कवायद की जा रही है।

पार्टी नेताओं का कहना है कि कई जगह तो ऐसे नेता संगठन की बागडोर संभाल रहे हैं, जिनका भाजपा की विचारधारा से ही लेना-देना नहीं है। सांसद-विधायक के दबाव में ऐसे नेताओं के हाथों में संगठन की कमान सौंप दी गई थी। अब नए सिरे से नए चेहरों को संगठन में जगह दी जा रही है।

भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी द्वारा जुटाई जानकारी में फिलहाल 56 जिलों में 50 से अधिक जिलाध्यक्ष ऐसे हैं, जो 50 से 60 साल के बीच के हैं या इससे अधिक आयु के हैं। इसी तरह 980 मंडलों में भी ज्यादातर नेता पुरानी पीढ़ी के हैं। नवंबर में होने वाले संगठन चुनाव में इनके स्थान पर युवाओं को स्थान दिया जाएगा। पार्टी ने इसकी गाइडलाइन भी जारी कर दी है। मंडल स्तर पर तो 35 साल से कम के युवाओं को ही पार्टी की कमान सौंपी जाएगी। इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सोच बताई जाती है।

इन नेताओं की सोच है कि मोदी को जब पार्टी ने प्रधानमंत्री का प्रत्याशी घोषित किया था, तब उनका सपोर्ट करने वाले सबसे जयादा युवा थे। ऐसे युवा जिनकी उम्र 2012-13 में 20 से 28 साल के बीच थी। ये युवा उस दौरान मोदी को देखकर भाजपा से जुड़े थे। इन युवाओं की उम्र अब 35 साल के आसपास है। पार्टी चाहती है कि ऐसे युवाओं को अब आगे बढ़ाया जाए। लिहाजा, मंडल से लेकर जिलों की कार्यकारिणी में अब ज्यादा से ज्यादा युवाओं को भाजपा पदाधिकारी बनाएगी।

विधायक के घर पर हो गए थे मंडल चुनाव

पार्टी नेताओं के मुताबिक इस बार संगठन चुनाव में सर्वाधिक फोकस निष्पक्ष चुनाव को बनाया जा रहा है। इसकी वजह है कि हाल में आई शिकायतों में कहा गया है कि पिछले संगठन चुनाव के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां हुई थीं। कई स्थानों में विधायक और ताकतवर लोगों द्वारा दबाव डालकर अपने खास लोगों को मंडल अध्यक्ष बनवा दिया गया था। ऐसे लोगों ने पार्टी के दफ्तर के बजाय खुद के घर पर चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न् करवा ली थी।

इनका कहना है

भाजपा ने तय किया है कि मंडल अध्यक्ष 35 और जिलाध्यक्ष 45 से 50 साल के बीच होंगे। पार्टी हर स्तर पर समयबद्ध पीढ़ीगत बदलाव तय करती है। साथ ही उच्चतम ऊर्जा स्तर के साथ पार्टी के विचारों को विस्तार देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाती है। पार्टी ने समय-समय पर मंडल से राष्ट्रीय स्तर तक इसे सुनिश्चित किया है, इसी कारण हर स्तर पर पार्टी विस्तार पा रही है। पार्टी के संविधान में भी इस बात का प्रावधान है कि निश्चित अंतराल के बाद सभी स्तरों पर बदलाव हों। साथ ही नवीनता के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करते हुए आगे बढ़ सकें।

– डॉ. दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, भाजपा मप्र

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