मध्यप्रदेश में फिर छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं. कमलनाथ सरकार छात्र संघ चुनाव कराने की तैयारी में है. चुनाव प्रत्यक्ष तरीके से हों या अप्रत्यक्ष प्रणाली से, इस पर फैसला होना बाक़ी है.
मध्य प्रदेश के निजी और सरकारी कॉलेजों में जल्द छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं. प्रदेश में लंबे समय से छात्र संघ चुनाव पर रोक है.कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अब जल्द ही छात्र संघ चुनाव कराने की तैयारी में है. चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से हो या अप्रत्यपक्ष प्रणाली से इस पर फैसला होना है.फैसला होते ही छात्र संघ चुनाव की आहट फिर कैंपस में सुनाई देने वाली है.
2 महीने रहेगी सरगर्मी
छात्र नेता लंबे समय से छात्र संघ चुनाव की मांग कर रहे हैं.विधानसभा चुनाव से पहले छात्र संघ चुनाव होना तय था.लेकिन चुनाव पर असर ना पड़े इसलिए चुनाव टाल दिए गए. अब छात्र संघ चुनाव को लेकर उच्च शिक्षा विभाग में सहमति बन गई है.आने वाले दो महीने के भीतर ही छात्र संघ चुनाव हो सकते हैं. उच्च शिक्षा विभाग ने फाइल शासन को भेजी है. मामला फिलहाल प्रत्यक्ष-अप्रत्यपक्ष प्रणाली पर अटका हुआ है. फैसला होते ही आने वाले महीने में छात्र संघ चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी.छात्र संघ चुनाव निजी और सरकारी कॉलेजों में एक-एक महीने के अंतराल से कराए जाएंगे.
भाजपा का कहना है भले ही लंबे समय बाद चुनाव कराए जा रहे हैं,लेकिन चुनावों में छात्रों की भागीदारी ही महत्वपू्र्ण है.छात्रों से राय लेने के बाद ही चुनाव प्रणाली पर फैसला किया जाना चाहिए.छात्रों का मत प्रत्यक्ष प्रणाली में हो तो प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हो तो बेहतर होगा.
प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष
प्रत्यक्ष प्रणाली- छात्र संघ चुनाव में छात्र अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,सचिव औऱ सहसचिव चुनेंगे.
MP में फिर हो सकते हैं छात्र संघ चुनाव, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष इस पर फैसला बाक़ी
छात्र संघ चुनाव राजनीति में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बेहतर मंच है.लंबे समय बाद ही सही कवायद की जा रही है तो राजनीति में आने वाले छात्रों के लिए बेहतर मौका है