दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर आरोप लग रहा है कि हिंसा भड़काने में उनका हाथ है.
Updated : February 27, 2020 13:00 IST
Tahir Hussain: ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के नेता हैं. (फाइल फोटो)
खास बातें
आम आदमी पार्टी से पार्षद हैं ताहिर हुसैन
ताहिर हुसैन पर दंगे भड़काने का आरोप
दिल्ली हिंसा में 30 से ज्यादा लोगों की मौत
नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर आरोप लग रहा है कि हिंसा भड़काने में उनका हाथ है. हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मी अंकित शर्मा के परिजनों ने कथित तौर पर Tahir Hussain पर हत्या करने का आरोप लगाया है. ताहिर पर यह भी आरोप लग रहा है कि 25 फरवरी को उनके चांदबाग स्थित घर से उपद्रवियों ने लोगों पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके. ताहिर इससे इंकार करते रहे लेकिन अब जो एक वीडियो सामने आया है, उसमें उनके घर की छत पर काफी मात्रा में पत्थर और पेट्रोल बम मिले हैं.
ताहिर हुसैन के घर की छत पर बोरों में भरे पत्थर और कैरेट में रखे पेट्रोल बम मिले हैं. ताहिर फिलहाल अपने घर पर नहीं हैं. ताहिर के घर की छत से पथराव और पेट्रोल बम फेंके जाने के वीडियो इससे पहले भी सामने आए थे लेकिन ताहिर ने उनका खंडन किया था. उनका कहना था कि घटना के समय वह अपने घर पर नहीं थे. बीजेपी नेता उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.
बताते चलें कि दिल्ली हिंसा मामले में बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी. इस दौरान जस्टिस एस. मुरलीधर ने ‘हेट स्पीच’ देने वाले नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज न करने पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी. आज (गुरुवार) भी इस मामले में सुनवाई की जानी है लेकिन आज की सुनवाई जस्टिस एस. मुरलीधर नहीं करेंगे क्योंकि बीती रात ही उनका पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में तबादला कर दिया गया है. कोलेजियम ने एक हफ्ते पहले ही उनके तबादले की सिफारिश की थी, जिसपर बुधवार रात को ही सरकार ने मुहर लगा दी.
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गौरतलब है कि 24 और 25 फरवरी को दिल्ली में भड़की हिंसा में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 200 से ज्यादा लोग घायल हैं. ज्यादातर घायल दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती हैं. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इनमें से 10 की हालत काफी गंभीर है. हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में 18 केस दर्ज किए गए हैं. 106 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. संवेदनशील इलाकों में फिलहाल हिंसा थम गई है लेकिन तनाव अब भी बरकरार है. दिल्ली हिंसा के पीड़ितों की कहानियां इंसानियत के खात्मे की गवाही दे रही हैं.