राज्यपाल के सचिव के अनुसार अब राजभवन के साथ राज्य के विश्वविद्यालय आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भोपाल : प्रदेश के विश्वविद्यालयों को राज्यपाल ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना वायरस संकट के दौरान घर पर ही रहते हुए छात्र छात्राओं से ऑनलाइन शैक्षणिक कार्य कराएं। आईसीटी का उपयोग करते हुए छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों का प्रभावी संचालन किया जाए।
राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन सॉफ्टवेयर की निर्माण कार्य की समीक्षा की गई है।
राजभवन और विश्वविद्यालय सामाजिक दायित्वों और आधुनिक तकनीक में पारंगत हो रहे हैं। विश्वविद्यालय और राजभवन द्वारा आईसीटी के उपयोग और समाज की जरूरतों में सहयोग का एक नया दौर शुरू हुआ है। राजभवन और प्रदेश के विश्वविद्यालय आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग के मापदंडों का पालन करते हुए शैक्षणिक और अन्य प्रशासनिक गतिविधियों का संचालन आईसीटी के उपयोग द्वारा प्रभावी तरीके से किया जा रहा है। गरीब और वंचित वर्ग की मदद के कार्य राजभवन और विश्वविद्यालय कर रहे हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय में पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा विश्वविद्यालय कार्य परिषद की कार्रवाई हुई। बैठक में कुलपति सहित सभी सदस्यों ने अपने आवास से ही वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा बजट पर चर्चा कर, अनुमोदन की कार्रवाई संपन्ना की। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के द्वारा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की मदद के लिए वेबसाइट पर हेल्पलाइन का संचालन किया गया है।
लॅाकडाउन के दौरान प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में रह रहे छात्र-छात्राओं द्वारा हेल्पलाइन पर संपर्क किया गया। विश्वविद्यालय के द्वारा संबंधित जिला प्रशासन से संपर्क कर, उन छात्र छात्राओं के रहने और भोजन की व्यवस्थाएं की गई।
विश्वविद्यालय द्वारा परिसर और आसपास रहने वाले श्रमिकों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था भी की गई है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा सैनिटाइजर और मास्क का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। गरीब और वंचित वर्गों को भोजन का वितरण किया जा रहा है।
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