अभिवावकों की थी शिकायत,स्कूल फीस वसूली के लिए विद्यार्थियों पर दबाव बना रहे हैं
भोपाल। लॉक डाउन अवधि के दौरान सरकार स्कूल फीस वसूली स्थगित करने की बात कह चुकी है लेकिन अभी भी कई स्कूल फीस वसूली के लिए विद्यार्थियों पर दबाव बना रहे हैं। अभिभावकों की ओर से फीस वसूली की शिकायतें मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने गुरुवार को निजी स्कूलों को निर्देशित किया है कि 30 अप्रैल तक अभिभावकों से फीस नहीं मांगे। शहर में कई निजी स्कूलों की ओर से अभिवावकों को फीस जमा करने के लिए मैसेज भेजे जा रहे है। इस संबंध में पालक महासंघ की ओर से शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं।
अभिभावकों से फीस ना मांगे
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि आम नागरिकों को राहत देते हुए राज्य सरकार स्कूलों की फीस वसूली स्थगित कर चुकी है। अभिभावकों की ओर से कुछ स्कूलों की ओर से फीस वसूली की शिकायत मिली थी। इस आदेश के परिपेक्ष्य में निजी स्कूलों को निर्देशित किया गया कि वह 30 अप्रैल तक अभिभावकों से फीस ना मांगे।
स्कूलों की मनमानी रोकने बाल आयोग ने लिखा पत्र
बाल आयोग ने ऑनलाइन टीचिंग के नाम पर अभिवावकों पर किताब खरीदने का दबाव बना रहे स्कूलों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है। पत्रिका ने 8 मार्च को ऑनलाइन टीचिंग किताबों के लिए पुस्तक विक्रेताओं के शटर खटखटा रहे अभिवावक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग सदस्य बृजेश चौहान ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर स्कूल संचालकों व किताब विक्रेताओं को गठजोड़ की जानकारी दी है।