भोपाल।
मध्य प्रदेश में सियासी हलचल के बीच आज शिवराज सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। नरोत्तम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की पूरी राजनीति अब सिर्फ बीजेपी पर सवाल उठाने पर केंद्रित हो गई है। वचन पत्र में जनता से किए गए जिन वादों को लेकर कांग्रेस सत्ता में आई थी। 15 महीने की सरकार में उन पर क्या और कितना अमल किया गया। इस बारे में उनका एक भी नेता कोई बात नहीं करता।
नरोत्तम ने कहा की कांग्रेस का तो किस्सा ही अलग है। इसके युवा नेता साथ रहना ही नहीं चाहते और बुजुर्ग नेताओं की इनकी पार्टी में कोई सुनता ही नहीं है। बुजुर्ग नेताओं की इस तरह की अनदेखी देखकर हमें भी पीड़ा होती है। आम जनता के दुख-दर्द के लिए कांग्रेस को कभी भी चिंता नहीं होती, लेकिन इनके नेताओं को अपनी सुख-सुविधाओं की चिंता हमेशा बनी रहती है।
आज बुधवार को मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कैबिनेट की मीटिंग में कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर विशेष चर्चा होगी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शाम को कैबिनेट बैठक के बाद हुई चर्चा की जानकारी मीडिया को दे दी जाएगी। वहीं प्रदेश के कुख्यात 25,000 इनामी आरोपी शेखर लोधी की गिरफ्तारी पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का अभियान चला रही है।
कोरोना पर लिए जायेंगे आवश्यक निर्णय
कोरोना का बढ़ता संक्रमण गंभीर चिंता का विषय है।यह संकट सिर्फ भोपाल और मध्यप्रदेश में ही नहीं, दुनिया के कई देशों में है। मौजूदा स्थिति और कदमों को लेकर आज शाम को बैठक हो रही है। इसमे चर्चा कर और आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे।
अपराधमुक्त MP हमारा अभियान
मध्यप्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है, हमारी सरकार अपराधमुक्त प्रदेश के लिए अभियान चला रही है। शेखर लोधी नाम के एक हत्या के आरोपी को भी दबोचा गया है। कांग्रेस की सरकार के दौरान प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई थी, अब इसे दुरुस्त कर रहे हैं।
बता दे कि प्रदेश में आगामी उपचुनाव को लेकर अब शिवराज सरकार मंत्रिमंडल विस्तार और विभाग बंटवारे के बाद प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीर चर्चा की तैयारी में है। वही उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों पर राज्य सरकार की विशेष नजर होगी। जिसको लेकर अब सरकार ने तेजी से अपनी कार्यशैली को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। वही कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी आखिरी मुहर लग सकती है।