- मध्य प्रदेश में विधायक छोड़ रहे कांग्रेस का साथ
- कई विधायक साथ छोड़ BJP में हो चुके शामिल
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक लगातार उसका साथ छोड़ रहे हैं. इस बीच अब पार्टी में एक बार फिर नेता एक दूसरे पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के हाथ से पहले सत्ता चली गई और अब धीरे-धीरे उसके विधायक भी साथ छोड़ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में कई कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. अब इसी मसले पर कांग्रेस में सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं और आवाज उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह हैं.
कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने शुक्रवार सुबह ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि नारायण पटेल जैसे “मृदुभाषी, कर्मठ” साथी विधायक का पार्टी छोड़ कर जाने पर बहुत दुख हुआ. यह तो किसी गुट के नहीं थे, फिर क्यों गए?
इन्हीं सवालों के साथ उन्होंने प्रदेश कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को टैग करते हुए पूछा और लिखा कि अब चिंता करने का वक्त आ गया है.
बता दें कि गुरुवार को ही खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने इस्तीफा दे दिया. तुरंत बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के तीन विधायक ऐसा ही कदम उठा चुके हैं.
इनसे पहले कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न लोधी और सावित्री देवी कासडेकर ने भी इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. गौरतलब है कि इससे पहले 22 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी. सभी विधायकों ने बाद में बीजेपी का दामन थाम लिया, यानी अबतक करीब 25 विधायक ऐसा कर चुके हैं.
इन्हीं मामलों के बीच गुरुवार को कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी और देश में मौजूदा राजनीति की स्थिति और लगातार विधायकों के तोड़फोड़ के मामलों पर चिंता व्यक्त की. कमलनाथ से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ऐसी चिट्ठी पीएम मोदी को लिखी थी.