भोपाल
मध्य प्रदेश के मंदसौर और सतना में मासूम बच्चियों के साथ निर्मम रेप और क्रूरता की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। घटना से देश और राज्य में महिला सुरक्षा पर सवाल फिर से खड़े हो गए हैं। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से रेप के मामलों के तेज निस्तारण की अपील की है।
शिवराज ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को खत लिखा है। खत में लिखा है- ‘रेप के खतरे से आम आदमी की अंतरात्मा हिल गई है। मेरी आपसे अपील है कि मामले का संज्ञान लेते हुए रेप के मामलों की सुनवाई जल्द करने के लिए फास्ट ट्रैक हाइर कोर्ट्स बनाएं या ऐसे मामलों को अधिक प्राथमिकता दें।’ चौहान ने पत्र लिखकर कहा है कि बलात्कार जैसे मामलों ने आम आदमी को हिला कर रख दिया है। ऐसे मामलों में गंभीर सजा दिए जाने की जरूरत है और तेजी से निप्टारे के लिए उच्च न्यायालयों को फास्ट ट्रैक की स्थापना कर मामलों की तेजी से सुनवाई करने की जरूरत है। उन्होंने सीजेआई से गुजारिश की है कि ऐसे मामलों को उच्च प्राथमिकता प्रदान किए जाने की जरूरत है।
इससे पहले 26 नवंबर 2017 को मध्यप्रदेश कैबिनेट ने बच्ची से रेप के मामले में एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पास किया। जिसके तहत 12 साल से कम उम्र की बच्ची के साथ रेप करने का दोषी पाए जाने पर गुनहगारों को मौत की सजा दिए जाने की घोषणा भी की। रेप के मामलों में इस तरह का सख्त कानून बनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया लेकिन फिरभी वहां रेप के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा है।
Check Also
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 मार्च को शिवपुरी में माधव नेशनल पार्क में 1 बाघ छोड़ेंगे और टाइगर रिजर्व की घोषणा
🔊 Listen to this माधव नेशनल पार्क, जो मध्य प्रदेश में स्थित है, अब प्रदेश …