शिवपुरी ज़िले के बदरवास कस्बे में सड़कों पर गांजा बेचा जा रहा है। जिस जगह आम लोगों का आना-जाना रहता है, वहीं सड़क किनारे एक व्यक्ति खुलेआम गांजा बेच रहा था। यह वाकया पुलिस की चौकसी और निगरानी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
जानकारी के मुताबिक, 10 जून को बदरवास पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति सड़क पर गांजा बेचने की फिराक में है। सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और एक व्यक्ति को थैला लिए हुए पकड़ा, जिसकी पहचान रघुवीर परिहार (उम्र 55 वर्ष, निवासी इंदिरा कॉलोनी) के रूप में हुई। जब थैले की तलाशी ली गई तो उसमें 1 किलो 450 ग्राम गांजा मिला, जिसकी कीमत करीब 15,000 रुपये बताई गई।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
हालांकि पुलिस ने इसे एक कामयाबी के तौर पर दिखाया है और कई अधिकारियों की “सराहनीय भूमिका” भी गिनाई गई है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इतना गांजा खुलेआम सड़क पर कैसे बिक रहा था? क्या पुलिस की पेट्रोलिंग और खुफिया निगरानी सिर्फ कागजों में है?
