Breaking News

इन नेता पत्नियों को मिल सकता है टिकट, कई कांग्रेस विधायकों की मांग- मेरी पत्नी को भी बनाओ प्रत्याशी

   

इन नेता पत्नियों को मिल सकता है टिकट, कई कांग्रेस विधायकों की मांग- मेरी पत्नी को भी बनाओ प्रत्याशी

भोपाल. लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ता से लेकर दिग्गज तक टिकट की दौड़ में शामिल हैं। कांग्रेस में टिकट के दावेदारों में नेता पुत्रों के साथ-साथ नेता पत्नियों की भी दावेदारी पेश की जा रही है। कविता सिंह को खजुराहो से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कई नेताओं ने अपनी पत्नियों के लिए टिकट मांगे हैं। तो कुछे नेता ओं की पत्नियों के लिए कार्यकर्ताओं और मंत्रियों ने टिकट मांगे हैं। कांग्रेस ने अभी तक मध्यप्रदेश में 9 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं उन नेता पत्नियों को बारे में जिन्हें कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है।

प्रियदर्शनी राजे सिंधिया
प्रियदर्शनी राजे सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी हैं। हालांकि सिंधिया ने अपनी पत्नी के लिए टिकट नहीं मांगा है, कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं ने ही उनके नाम का प्रस्ताव पास किया है। कमलनाथ सरकार के मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि ग्वालियर लोकसभा सीट से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में कह चुके हैं कि इस बार तो मैं यहां से उम्मीदवार था लेकिन हो सकता है अगली बार मुझे यहां सांसद पति के रूप में आना पड़े। सिंधिया ने ये बयान आचार संहिता लगने से पहले दिया था। जब अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनके संसदीय सीट पर प्रियदर्शनी चुनाव लड़ सकती हैं। प्रियदर्शनी राजे सिंधिया पति ज्योतिरादित्य सिंधिया का चुनावी मैनेजमेंट संभालती हैं। सिंधिया की गैर मौजूदगी में वो अक्सर गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र का दौरा करती हैं और लोगों की समस्यों को सुनती हैं।
अगर प्रियदर्शनी राजे सिंधिया गुना या ग्वालियर सीट से चुनाव लड़ती हैं तो इन दोनों सीटों पर मुकाबला कांटे का होगा। गुना कांग्रेस का गढ़ है तो ग्वालियर भाजपा का गढ़ है। अटकलें ये भी हैं कि सिंधिया खुद अपनी संसदीय सीट गुना-शिवपुरी से अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं औऱ वो ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के ग्वालियर की बजाए मुरैना सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस में अब ग्वालियर से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को उतारने की मांग उठने लगी है। रविवार शाम ग्वालियर में जिला कांग्रेस कमेटी ने एक बैठक आयोजित कर प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को ग्वालियर लोकसभा सीट से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने का प्रस्ताव पास किया। इस प्रस्ताव को जिला कांग्रेस ने राहुल गांधी को भेजा है।
 

कविता सिंह 
कविता सिंह को कांग्रेस ने खजुराहो लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। वो खजुराहो से नगर परिषद की अध्यक्ष भी हैं। उनके पति विक्रम सिंह नाती राजा खजुराहो लोकसभा क्षेत्र की राजनगर विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं। कविता छतरपुर के शाही परिवार से संबंध रखती हैं।
प्रवीणा बच्चन
प्रवीणा बच्चन प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन की पत्नी हैं। प्रवीणा बच्चन ने खरगोन लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश की है। बाला बच्चन को कमलनाथ का सबसे करीबी नेता माना जाता है। कहा जाता है कि कमलनाथ का करीबी होने के कारण ही उन्हें प्रदेश का गृहमंत्री बनाया गया है। खरगोन लोकसभा सीट से गृह मंत्री बाला बच्चन की पत्नी प्रवीणा बच्चन का नाम प्रमुख है। प्रवीणा के लिए खरगोन लोकसभा सीट के कुछ विधायकों ने पार्टी नेतृत्व को लेटर भी लिखा है।
 

प्रीति कुशवाहा
सतना से विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने सतना लोकसभा सीट से अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा है। सूत्रों का कहना है कि सतना लोकसभा सीट से पार्टी पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बना सकती है। राजेन्द्र सिंह के दावेदारी के बीच सिद्धार्थ कुशवाहा ने अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा है। सिद्धार्थ कुशवाहा की पत्नी अभी जिला पंचायत सदस्य हैं। पत्नी को टिकट दिलाने के लिए सिद्धार्थ कुशवाहा ने एआईसीसी महासचिव व प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी चर्चा भी है। बताया जा रहा है कि उन्होंने भोपाल में पार्टी के कई पदाधिकारियों से मुलाकात कर अपनी पत्नी की दावेदारी पेश की है।
सुरेन्द्र सिंह राणा ने भी पत्नी के लिए मांगा टिकट
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में है। चार निर्दलीय विधायकों का कमलनाथ सरकार को समर्थन मिला हुआ है। इनमें से एक सुरेंद्र सिंह राणा शेरा भैया अपनी पत्नी को खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारना चाह रहे हैं। इसके लिए वे तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के सामने पत्नी को टिकट देने की मांग की है। हालांकि कांग्रेस संगठन उनके इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं है। सुरेंद्र सिंह अपनी पत्नी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव में उतारते हैं तो कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

Check Also

नव नियुक्त सांसद प्रतिनिधि राकेश सांवलदास गुप्ता का हुआ स्वागत सम्मान*

🔊 Listen to this *नव नियुक्त सांसद प्रतिनिधि राकेश सांवलदास गुप्ता का हुआ स्वागत सम्मान* …