सिंगरौली के औद्योगिक संस्थानों में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री ने 19 हजार किसानों को सौंपे फसल ऋण माफी प्रमाण-पत्र
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सिंगरौली में किसान सम्मेलन में कहा कि आमजन के सहयोग से सिंगरौली सहित सम्पूर्ण प्रदेश का समग्र विकास सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने युवाओं, किसानों और महिलाओं से विकास में भागीदारी का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली जिले में स्थित औद्योगिक संस्थानों में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने जिला प्रशासन को इस बारे में तुरंत आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 19 हजार से अधिक किसानों को करीब 87 करोड़ के फसल ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये। उन्होंने युवा उद्यमी योजना में चयनित युवाओं को ऋण स्वीकृति प्रमाण-पत्र और वनाधिकार अधिनियम में पात्र परिवारों को वनाधिकार-पत्र भी प्रदान किये गये।
गोंड वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 1072 करोड़ 20 लाख लागत की गोपद नदी पर प्रस्तावित गोंड वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। परियोजना का निर्माण 4 वर्षों में पूर्ण किया जायेगा। परियोजना के पूर्ण होने पर सिंगरौली जिले की देवसर तथा सरई तहसील के 111 गाँव में 23 हजार 800 हेक्टेयर और सीधी जिले की मझौली तहसील के 54 गाँव में 9,200 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री ने सिंगरौली में माइनिंग कॉलेज खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में विकास के लिये सभी प्रमुख कार्य किये जायेंगे। उन्होंने जिला चिकित्सालय के 200 बिस्तरीय अस्पताल में 17 करोड़ के उन्नयन कार्यों और जिले में 5 गौ-शाला निर्माण के लिये पौने 3 करोड़ के कार्यों का भूमि-पूजन किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाएँ सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को बधाई देते हुए सिंगरौली जिले में स्व-रोजगारी महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सहयोग के बिना किसी भी क्षेत्र में विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। श्री कमल नाथ ने उत्कृष्ट कार्यों के लिये आँगनवाड़ी कार्यकर्ता सुश्री पूजा सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री रेहाना सिद्दीकी, सुश्री विजयलक्ष्मी शुक्ला और सुश्री शर्मिला सिंह को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये।
खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने भी किसान सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान, महिलाएँ, युवा और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।