लोकसभा चुनाव में एक फिर सतह पर आया परिवारवाद का कांग्रेस-भाजपा
– ये परिजन हैं कांग्रेस में दावेदार
इंदौर : उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की पत्नी रेणुका पटवारी इंदौर से दावेदार हैं। कांगेस के पास इंदौर में कोई जिताऊ चेहरा नहीं है। जो नाम सामने आ रहे हैं वे पहले भी चुनाव हार चुके हैं।
उज्जैन : यहां से एक दर्जन दावेदार हैं। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट अपने बेटे पिंटू सिलावट को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। विधायक महेश परमार की बहन सीमा परमार भी टिकट चाहती हैं।
देवास : लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा देवास से अपने बेटे पवन वर्मा को टिकट दिलाना चाहते हैं। सज्जन देवास से सांसद रह चुके हैं।
खजुराहो : बुंदेलखंड की इस सीट पर कई लोगों की नजरें हैं। राजनगर विधायक विक्रम सिंह नातीराजा ने कांग्रेस संगठन को अपनी पत्नी कविता सिंह का नाम सुझाया है।
बालाघाट : महाकौशल की ये लोकसभा सीट भी कांग्रेस के लिए दूर की कौड़ी साबित हुई है। विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे के भाई पवन कांवरे यहां से दावेदार हैं। पिछला लोकसभा चुनाव हिना हार गई थीं।
खंडवा : इस सीट से कृषि मंत्री सचिन यादव के भाई और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव दावेदार हैं। उनकी जीत की गारंटी मंत्री सचिन यादव ने ली है।
– 28 को तीन सीटों की बैठक
मुख्यमंत्री कमलनाथ 28 फरवरी को सीधी, खजुराहो और भिंड लोकसभा सीट की समीक्षा करेंगे। इससे पहले कमलनाथ 16 लोकसभा सीटों पर बात कर चुके हैं। बैठक के दूसरे दौर में शेष अन्य सीटों पर चर्चा होगी।
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* विधानसभा चुनाव से नहीं लिया सबक
भाजपा में भी लोकसभा चुनाव को लेकर परिवारवाद दिखने लगा है। विधानसभा चुनाव में कुछ सीटें भाजपा ने परिवारवाद के कारण ही खोई हैं। लोकसभा चुनाव में पार्टी के कुछ दिग्गज नेताओं के परिवारजन पैराशूट लांचिंग करने की तैयारी में हैं। भाजपा के लोकसभा सम्मेलनों में भी प्रदेश चुनाव प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह के सामने कुछ जगहों पर नेता पुत्रों को टिकट न देने की मांग सामने आई है।
– किसने किसके लिए मांगा टिकट
साधना सिंह – पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान की पत्नी साधना सिंह चौहान का नाम विदिशा लोकसभा सीट से टिकट के लिए चर्चा में है। हालांकि, अभी तक साधना नेअपनी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अभिषेक भार्गव – नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक दमोह और सागर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
मौसम बिसेन – पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन अपनी पुत्री मौसम बिसेन के लिए बालाघाट से टिकट मांग रहे हैं। मौसम के लिए विधानसभा चुनाव का टिकट भी मांगा था, लेकिन नहीं मिला।
जितेंद्र गेहलोत – आलोट विधानसभा सीट से चुनाव हारे जितेंद्र गेहलोत केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत के पुत्र हैं। जितेंद्र का नाम अब उज्जैन के दावेदारों में है।
– परिवारवाद में विधानसभा की ये सीटें हारी भाजपा
सांची: मुदित शेजवार – पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार के पुत्र।
आलोट : जितेंद्र गेहलोत – केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत के पुत्र।
सबलगढ़ : सरला रावत – पूर्व विधायक मेहरबान रावत की पत्नी।
ग्वालियर पूर्व : सतीश सिकरवार- पूर्व विधायक सत्यपाल ङ्क्षसह सिकरवार के भाई।
सुरखी : सुधीर यादव- सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के पुत्र।