भोपाल -मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल से सिमी आतंकियों के फरार होने के मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आतंकियों ने जेल से फरार होने के लिए 40 दिनों तक रोटियों को इकठ्ठा कर रखा और फिर उन्हें जलाकर टूथब्रश की मदद से ताले की चाबियां तैयार की गई थीं.
बताया जा रहा है कि जेल में बंद सिमी के आतंकियों ने पिछले कई महीनों से काफी आतंक मचाया था. इस वजह से जेल प्रहरी अमूमन उनकी बैरक की तलाशी लेने से कतराते थे. आतंकी कथित तौर पर इसी बात का फायदा उठाकर अपनी बैरक में 40 दिनों तक रोटियां इकठ्ठा करते रहे थे.
बताया जा रहा है कि जेल में बंद सिमी के आतंकियों ने पिछले कई महीनों से काफी आतंक मचाया था. इस वजह से जेल प्रहरी अमूमन उनकी बैरक की तलाशी लेने से कतराते थे. आतंकी कथित तौर पर इसी बात का फायदा उठाकर अपनी बैरक में 40 दिनों तक रोटियां इकठ्ठा करते रहे थे.
खाने में मांगते थे अतिरिक्त रोटियां
सिमी के आतंकी खाने के वक्त हमेशा अतिरिक्त रोटी की डिमांड करते थे. वह इन रोटियों को खाने के बजाए सूखाकर रख लेते थे.
आतंकियों ने 40 दिनों तक ऐसा किया, जिसके बाद जेल ब्रेक की असली साजिश को अंजाम दिया गया
दरअसल, आतंकी सूखाकर रखी गई रोटियों को जलाकर प्लास्टिक की टूथब्रश को गर्म करते थे. इसके बाद मेल्ट हो चुके टूथब्रश को ताले के अंदर डालकर आतंकी प्लास्टिक की डुप्लीकेट चाबी बनाने में सफल रहे.
चार महीने से नहीं हुई चैकिंग
जेल ब्रेक मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के सामने यह तथ्य आया है कि आतंकियों के बैरक की पिछले चार महीने से जांच नहीं हुई थी. आतंकी इसका फायदा उठाकर जेल में चाबियों से लेकर हथियार बनाने में भी कामयाब रहे पूनम पुरोहित